हाथरस, 2 जुलाई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में हाथरस हादसे पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुखद मृत्यु की जानकारी आ रही है. जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को ये भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.“
बता दें कि हाथरस के सिकंदराराऊ में भोलेबाबा के सत्संग में मची भगदड़ में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हैं. बताया गया है कि सत्संग में कम से कम 50 हजार लोग मौजूद थे, जब भगदड़ मची.
इससे पहले सीएम योगी ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटनास्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.“
वहीं, डीएम ने घटना पर बयान दिया है. उनके मुताबिक, सभा में गर्मी बहुत थी. इस दौरान जैसे ही लोग सभा समाप्त होने के बाद बाहर निकल रहे थे, तभी भगदड़ मच गई. लोग एक-दूसरे पर चढ़ने लगे. मरने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं. हादसे के तुरंत बाद सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
उधर, मौके पर मौजूद लोगों का आरोप है कि एंबुलेंस और पुलिस प्रशासन ने पहुंचने में देरी की, जिसकी वजह से स्थिति खराब हो गई. वहीं, अस्पताल में पहुंचे लोगों ने भी आरोप लगाया है कि यहां उपचार करने के लिए कोई डॉक्टर मौजूद नहीं है. सिर्फ एक ही डॉक्टर है. ऑक्सीजन तक नहीं है. ऐसे में ये लोग क्या उपचार करेंगे.
सीएम योगी ने हादसे की जांच के लिए समिति भी गठित की है. इसके अलावा, उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी .
बताया जा रहा है कि इस सभा में 50 हजार से भी अधिक लोग एकत्रित हुए थे. यही नहीं, उनके बैठने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया.
वहीं, सीएम योगी ने मामले पर संज्ञान लेने के बाद मृतकों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. कार्यक्रम के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और सभी पर गाज गिरने की संभावना है.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुग्रह राशि की घोषणा की है. हाथरस में दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे.
–
एसएचके/