नई दिल्ली, 2 जुलाई . ‘सुरक्षा सर्वप्रथम’ यानी पछताने से बेहतर है कि हर चुनौती या अनचाही घटना के लिए हमेशा तैयार रहें. किसी खेल आयोजन, कार्यक्रम या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. इंडोनेशिया में एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप के दौरान एक दुखद घटना ने खेल आयोजनों में मेडिकल इमरजेंसी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इंडोनेशिया के योग्याकार्ता में एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में जापान के काजुमा कवानो के खिलाफ मैच के दौरान चीन का 17 वर्षीय शटलर झांग झी जाई कोर्ट में गिर गया जिसके बाद उसका निधन हो गया.
वीडियो फुटेज से पता चलता है कि झांग के कोर्ट में गिरने और दौरे पड़ने के बाद, मेडिकल सपोर्ट टीम तुरंत कोर्ट पर नहीं पहुंची. स्वचालित बाहरी डिफाइब्रिलेटर (एक पोर्टेबल डिवाइस है जो हृदय की लय की जांच करता है और सामान्य लय को बहाल करने के लिए हृदय को बिजली का झटका भेज सकता है) का उपयोग करने और कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) करने में देरी ने कई सवाल खड़े किए हैं.
न्यूज एजेंसी रिपोर्ट के अनुसार, इंडोनेशियन बैडमिंटन एसोसिएशन ने स्थानीय अस्पतालों के साथ मिलकर सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें कहा गया कि अस्पताल पहुंचने पर एथलीट की सांसें नहीं चल रही थी. उसने बताया कि वीडियो में दिखाई गई देरी से चिकित्सा प्रतिक्रिया इसलिए हुई क्योंकि मेडितल टीम को कोर्ट में प्रवेश करने से पहले रेफरी से अनुमति लेनी पड़ी.
यह प्रशासनिक नियम एक प्रोटोकॉल की आवश्यकता को रेखांकित करती है, जो एथलीटों की भलाई को प्राथमिकता देते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के चिकित्सा दिशा-निर्देशों में यह निर्धारित किया गया है कि ओलंपिक आयोजनों के दौरान आवश्यक संसाधन, सुविधाएं, उपकरण और सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिए.
प्रत्येक वेन्यू और खेल के लिए विशिष्ट आपातकालीन चिकित्सा योजनाएं स्थापित की जानी चाहिए, जिसमें गंभीर रूप से बीमार या घायल एथलीटों को जल्द से जल्द उपचार देने के लिए प्रोटोकॉल शामिल हैं.
बैडमिंटन विश्व महासंघ के नियमों के अनुसार, रेफरी को एथलीट की चोटों या बीमारियों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए, साथ ही उसकी गंभीरता का तुरंत आकलन करना चाहिए.
यदि आवश्यक हो, तो मुख्य रेफरी को बुलाकर यह तय करना चाहिए कि टूर्नामेंट के डॉक्टरों या अन्य कर्मियों को प्रतियोगिता क्षेत्र में प्रवेश करने की आवश्यकता है या नहीं.
कथित तौर पर, इंडोनेशियाई बैडमिंटन संघ ने औपचारिक रूप से अनुरोध किया है कि बैडमिंटन विश्व महासंघ रेफरी की अनुमति के बिना मेडिकल टीमों को कोर्ट में प्रवेश करने से रोकने वाले नियम को संशोधित करे.
खेलों में सर्वोपरि सिद्धांत नियमों का पालन करना है, लेकिन नियम कैसे बनाए जाते हैं या रेफरी कैसे काम करते हैं, इस पर ध्यान दिए बिना, जीवन को प्राथमिकता देना हमेशा खेल के मैदान पर सर्वोच्च नियम होना चाहिए.
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एएमजे/