बीजिंग, 29 जून . संयुक्त राष्ट्र ने 28 जून को जारी“सतत् विकास लक्ष्य रिपोर्ट 2024” में बताया कि सतत् विकास लक्ष्यों का केवल 17 प्रतिशत ही पटरी पर है, लगभग आधे लक्ष्यों ने “छोटी या औसत प्रगति” की है, और एक-तिहाई से अधिक लक्ष्य स्थिर या पीछे चला गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि विकासशील देशों में एसडीजी (सतत् विकास लक्ष्य) निवेश अंतर वर्तमान में प्रति वर्ष 40 खरब डॉलर है. रिपोर्ट भोजन, ऊर्जा, सामाजिक सुरक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण निवेश और प्रभावी साझेदारी की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है.
हालांकि, उन क्षेत्रों को देखते हुए जहां सकारात्मक प्रगति हुई है, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने नवीकरणीय ऊर्जा को तैनात करने में प्रभावशाली प्रगति की है. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से बिजली पैदा करने की दुनिया की क्षमता “अभूतपूर्व दर से बढ़ने” लगी है, पिछले पांच वर्षों की औसत वार्षिक वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत है.
रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि कोरोना वायरस महामारी का प्रभाव अभी भी मौजूद है, संघर्ष बढ़ रहे हैं, भू-राजनीतिक तनाव और तेजी से गंभीर जलवायु विसंगतियां सतत् विकास लक्ष्यों के कार्यान्वयन में बाधा बन रही हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सकारात्मक प्रगति के लिए मजबूत और अधिक प्रभावी अंतरराष्ट्रीय सहयोग की तत्काल आवश्यकता है.
सितंबर 2015 में, संयुक्त राष्ट्र ने 17 सतत् विकास लक्ष्यों के साथ 2030 सतत् विकास एजेंडा को अपनाया, जो 2030 तक गरीबी उन्मूलन, समानता को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध था.
(साभार,चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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