नई दिल्ली, 27 जून . क्या आप अपने खाने की लत से परेशान हैं? तो घबराएं नहीं, शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक विशिष्ट आंत बैक्टीरिया की पहचान की है, जो चूहों और मनुष्यों में कंपल्सिव ईटिंग डिसऑर्डर और मोटापे से जुड़ा है.
फेडरेशन ऑफ यूरोपियन न्यूरोसाइंस सोसायटीज फोरम में गुरुवार को प्रस्तुत शोध में अंतर्राष्ट्रीय टीम ने ऐसे बैक्टीरिया की पहचान की है जो भोजन की लत को रोकने में लाभकारी भूमिका निभाते हैं.
हालांकि अभी तक इस व्यवहार संबंधी विकार के अंतर्निहित कारण काफी हद तक अज्ञात थे, लेकिन गट पत्रिका में प्रकाशित नए निष्कर्षों को मोटापे से संबंधित इस व्यवहार के लिए संभावित नए उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
स्पेन के बार्सिलोना स्थित पोम्पेउ फैबरा विश्वविद्यालय में न्यूरोफार्माकोलॉजी न्यूरोफर प्रयोगशाला के राफेल माल्डोनाडो ने कहा, ”संभावित नए उपचारों में लाभकारी बैक्टीरिया और फूड सप्लीमेंट का उपयोग शामिल हो सकता है.”
शोध में टीम ने उन चूहों के आंत बैक्टीरिया की जांच की जो भोजन के आदी थे, साथ ही उनकी भी जांच की गई जो भोजन के आदी नहीं थे.
जांच में शोधकर्ताओं ने पाया कि भोजन के आदी चूहों में प्रोटियोबैक्टीरिया फाइलम समूह के बैक्टीरिया में वृद्धि हुई तथा एक्टिनोबैक्टीरिया फाइलम समूह के बैक्टीरिया में कमी देखी गई.
इन चूहों में बैसिलोटा फाइलम के ब्लौटिया नामक एक अन्य प्रकार के बैक्टीरिया की मात्रा में भी कमी देखी गई.
चूहों में पाए गए निष्कर्षों के समान ही, भोजन की लत वाले लोगों में एक्टिनोबैक्टीरिया फाइलम और ब्लौटिया में कमी तथा प्रोटियोबैक्टीरिया फाइलम में वृद्धि देखी गई.
विश्वविद्यालय की एलेना मार्टिन-गार्सिया ने कहा, “चूहों और मनुष्यों दोनों में पाए गए निष्कर्षों से पता चलता है कि विशिष्ट माइक्रोबायोटा भोजन की लत को रोकने में सहायक हो सकते हैं.”
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एमकेएस/एकेजे