अहमदाबाद, 24 जून . अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोमवार को कहा कि भू-राजनीतिक तनावों और वैश्विक रिश्तों को खराब करने वाली अनिश्चितताओं के बीच दुनिया भारत के उत्थान को देख रही है और यह भारत का क्षण है.
अदाणी एंटरप्राइजेज की वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि एक जटिल विश्व में भारत अब स्थायित्व, सहयोग और प्रगति की शक्ति बन चुका है.
अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा, “भारत की वृहद अर्थव्यवस्था की स्थिरता और महत्वाकांक्षी विकास योजनाएं हमारा विश्वास बढ़ाती हैं.”
उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के बहुगुणक प्रभाव के मद्देनजर केंद्र सरकार ने इस पर फोकस करते हुए इसके लिए फंडिंग में 16 प्रतिशत का इजाफा किया और इस वित्त वर्ष में इसे 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कर दिया है.
गौतम अदाणी ने कहा कि उल्लेखनीय है कि पिछले पांच साल में इस क्षेत्र पर सरकार का खर्च तीन गुणा हो गया है.
उन्होंने कहा, “इससे भी ज्यादा बड़ी बात यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर उठाये गये कदम इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश के लिए मंच तैयार करते हैं, लेकिन ज्यादातर निवेश और कार्य राज्य सरकार के स्तर पर किये जा रहे हैं. हमारी बात करें तो हमारा कारोबार 24 राज्यों में है. पहलों को लागू करने में राज्य सरकारों की महत्वपूर्ण भूमिका के हम प्रत्यक्ष गवाह हैं.
“मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि 2023 में हमारी रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धियां देश की प्राथमिकताओं के अनुरूप हमारे कामों को रेखांकित करती हैं. साथ ही यह असासाधारण विशेषज्ञता के साथ जटिलतम बड़ी परियोजनाओं को मूर्तरूप देने की हमारी क्षमता को भी दर्शाती है.”
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) गुजरात के खावड़ा में बंजर भूमि पर 30 हजार मेगावाट की दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना लगा रहा है.
गौतम अदाणी ने कहा, “आप खावड़ा के बारे में कल्पना कीजिए जो दुनिया की कठिनतम परिस्थितियों वाली मरुभूमि में है, और अब वहां सैकड़ों वर्ग किलोमीटर तक फैले दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र का निर्माण हो रहा है. वहां 3,000 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन शुरू हो गया है, हमने अगले पांच साल में 30 गीगावाट क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है.”
यह बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देशों की बिजली की मांग पूरी करने के लिए काफी है.
अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा, “इसके अलावा मुंबई के धारावी में दुनिया की सबसे बड़ी पुनर्विकास परियोजना की कल्पना कीजिए जहां हम दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी झोपड़ी को अगले एक दशक में पूरी तरह बदलने वाले हैं. इसके जरिये हम न सिर्फ वहां रहने वाले 10 लाख लोगों को सम्मानपूर्ण जीवन दे रहे हैं, बल्कि इसके साथ-साथ मुंबई के बीचों-बीच पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली और नवाचार के अद्वितीय इकोसिस्टम का भी निर्माण होगा.
“या भारतीय नवाचार के प्रतीक दृष्टि 10 स्टारलाइनर यूएवी के बारे में सोचिए जो आकाश की ऊंचाइयों को मापता हुआ देश की सीमाओं की सुऱक्षा करेगा. ये सिर्फ मशीन नहीं हैं – ये देश की सुरक्षा के लिए हमारी अडिग प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है.”
गौतम अदाणी ने शेयरधारकों से कहा कि विपरीत परिस्थितियों में बहुत बड़ी परियोजनाओं की जटिलताओं के बारे में पहले से सोचकर उनसे निपटने की क्षमता हमारी अद्वितीय योग्यता है, जिसे “हम लगातार बेहतर करते जा रहे हैं”.
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एकेजे/