नीट पर बवाल के बीच थरुर ने कसा उत्तर प्रदेश पर तंज, कई भाजपा नेताओं ने किया पलटवार

नई दिल्ली, 23 जून . पूरे देश में नीट पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है. इसे लेकर सियासी पारा भी गर्माया हुआ है. विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर लगातार प्रहार कर रही हैं. विपक्ष का कहना है कि सरकार पेपर लीक रोकने में विफल साबित हुई है.

इसी बीच सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर भी इससे जुड़ा एक पोस्ट वायरल हो रहा है. यह पोस्ट उत्तर प्रदेश से जुड़ा है. इसी वायरल पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर तंज कसा. शशि थरूर ने एक्स पर लिखा, “शानदार, परीक्षा पे चर्चा.”

दरअसल, वायरल पोस्ट में सवाल है कि ‘उत्तर प्रदेश किसे कहते हैं?’

जवाब में लिखा गया, ‘वह प्रदेश जहां परीक्षा से पहले उत्तर का पता चल जाए, उसे उत्तर प्रदेश कहते हैं.’

जवाब के नीचे 10 में से 10 नंबर लिखे हैं. साथ ही रिमार्क में ‘सम्मान लायक हो बेटा’ भी लिखा गया है.

इसी पोस्ट को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने नीट पेपर लीक से जोड़ते हुए भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधने की कोशिश की. लेकिन, थरूर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं. इसके साथ ही भाजपा ने उन पर उत्तर प्रदेश का अपमान करने का आरोप लगा दिया.

केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मुझे अपने राज्य और उसके लोगों को इस तरह की निंदनीय टिप्पणियों के साथ स्टीरियोटाइप करके नीचा दिखाने में कोई मजाक नजर नहीं आता. यूपी का ऐसा अपमान निंदनीय है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए.”

यूपी सरकार में मंत्री एके शर्मा ने शशि थरूर पर निशाना साधते हुए लिखा, ”अपने नेता के चुनाव जीतते ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश का हमेशा की तरह पुनः अपमान करना शुरू कर दिया. जीवनदान देने वाले प्रदेश की जनता का धन्यवाद भी ठीक से नहीं किया मरी हुई कांग्रेस ने और उल्टे अब ये अपमान… शशि थरूर से कुछ बेहतर उम्मीद की भी नहीं जा सकती. लेकिन, यूपी के बारे में उनका आज का व्यंग पूरे प्रदेश और प्रदेशवासियों का घोर अपमान है. पहले भी इनके अनेक नेताओं को पाल-पोस कर प्रधानमंत्री और सरकार का मुखिया बनाने वाले इस राज्य के लिए कांग्रेस ने कुछ किया नहीं.”

उन्होंने आगे लिखा, “कांग्रेस के नेताओं को यह मालूम होना चाहिए कि इसी राज्य में सत्यवादी महाराजा हरिश्चन्द्र हुए, यहीं से भगवान बुद्ध ने सत्य और अहिंसा का पाठ पूरी मानव जाति को पढ़ाया, इसी भूभाग से जगतगुरु भगवान कृष्ण ने गीता का ज्ञान पूरी सृष्टि को दिया, इसी राज्य में भगवान राम ने व्यक्ति को पुरुषोत्तम बनने का मार्ग दिखाया, यह भूमि भगवान विश्वनाथ की भूमि है जो आदिगुरु और सतगुरु माने जाते हैं, यह पतित पावनी मां गंगा और पुण्य सलिला मां यमुना, मां सरयू और मां सरस्वती की पावन भूमि है.

ऐसे उत्तर प्रदेश का अपमान करने वाली कांग्रेस को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा यहां की जनता उनसे हिसाब करेगी. कांग्रेस की यह मानसिकता अत्यंत निंदनीय है. उत्तर प्रदेश की जनता को नमन.”

पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लिखा, ”अन्य साथी भारतीयों को शर्मसार करने की बेशर्म मूर्खतापूर्ण राजनीति – यह कांग्रेस का तरीका है, जिसे इस स्वयं-शीर्षक वाले वैश्विक नागरिक ने बखूबी प्रदर्शित किया है. कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के एक अन्य “वैश्विक नागरिक” पित्रोदा ने भारतीयों को अफ्रीकी, चीनी, मध्य पूर्वी आदि बताया था. इस प्रकार की श्रेष्ठता की भावना कांग्रेस के डीएनए में गहराई तक व्याप्त है.”

राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने एक्स पर शशि थरूर पर तंज कसते हुए लिखा, ”शशि थरूर ने ऐसा करके पूरे राज्य के लोगों का अपमान किया है? आप उत्तर प्रदेश को अपना नहीं मानते, क्योंकि आप इसका उपहास कर रहे हैं. मैं केरल को कैसे देखता हूं, यह मेरा राज्य है, यह मेरे लोग हैं. प्रतिभाशाली, युवा, गतिशील केरलवासियों ने मेरे साथ सेना में काम किया है और ‘टीम इंडिया’ में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. जब आपके कद और बुद्धिमत्ता का कोई व्यक्ति किसी राज्य का मजाक उड़ाता है, तो अन्य लोग ऐसा क्यों नहीं करेंगे? और फिर क्या! अपनी शपथ और जिम्मेदारी याद रखें:- जन-गण-मन-अधिनायक जय हे, भारत-भाग्य-विधाता.”

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा, ”ये सज्जन अक्सर विभिन्न संस्कृतियों (पहले पूर्वोत्तर और अब यूपी) पर तीखे शब्दों के साथ व्यंग्य करते रहते हैं. उसका दिमाग विक्षिप्तता की अलौकिक धुंध में भटक रहा है.”

वहीं, उत्तर प्रदेश भाजपा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी पोस्ट करके शशि थरूर पर सवाल उठाए गए. पोस्ट में लिखा गया, “कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी जिस उत्तर प्रदेश से सांसद हैं, उसी प्रदेश की जनता को अपमानित कर रहे हैं. क्या इस तरह के बयान के लिए राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी माफी मांगेगी?”

एसके/