हर आपराधिक मामले की छानबीन में राजद का नाम क्यों आता है : भाजपा

पटना, 21 जून . नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) पेपर लीक मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी पीएस प्रीतम कुमार पर आरोप लगाया गया. इस पर तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी. वहीं, उनकी प्रतिक्रिया पर भाजपा के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने पलटवार किया.

भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने कहा कि नीट मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई कर सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. इसके लिए तेजस्वी यादव को कोई नसीहत देने की जरुरत नहीं है. तेजस्वी यादव पहले ये बताएं कि मामले में उनके पीएस प्रीतम कुमार की क्या भूमिका है? क्या नीट पेपर लीक मामले में जेल में बंद जूनियर इंजीनियर के कहने पर उनके पीएस ने गेस्ट हाउस में कमरा बुक नहीं कराया था?

उन्होंने कहा कि पेपर लीक में इन सभी की मिलीभगत है, सवाल यह भी है कि हर आपराधिक मामले में छानबीन के दौरान संदेह की सुई राजद के पास आकर ही क्यों ठहर जाती है? बालू, शराब, शिक्षा और जमीन माफिया के साथ ही हफ्ता वसूली करने वाले से राजद के संबंध अपने आप क्यों साबित हो जाते हैं? इसका जवाब तेजस्वी को देना चाहिए.

दरअसल, आरोप है कि तेजस्वी यादव के सरकारी पीएस प्रीतम कुमार ने ही गेस्ट हाउस के कर्मचारी के माध्यम से पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड के लिए कमरा बुक कराया था. गेस्ट हाउस में पकड़े गए लोग तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम से जुड़े बताए जाते हैं.

इस पूरे मामले पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर जरूरत है तो जांच एजेंसी पूछताछ कर ले और जो भी दोषी है, उन्हें गिरफ्तार करे. पेपर लीक मामले में मेरे पीएस की भूमिका को लेकर ईओयू ने कुछ भी नहीं कहा है. मेरे पीएस के खिलाफ तो सिर्फ डिप्टी सीएम विजय सिन्हा बोल रहे हैं. इस मामले में मैं खुद मुख्यमंत्री को बोल देता हूं कि मेरे सहायक से पूछताछ करवा लें और जो भी दोषी है, उसे गिरफ्तार करवा लें.

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो इंजीनियर गिरफ्तार हुआ है, वह बेनिफिशियरी हो सकता है, लेकिन मास्टरमाइंड अमित आनंद है.

पीएसके/एबीएम