आयुषी पटेल मामले में भाजपा ने कांग्रेस की भूमिका की जांच की मांग की

नई दिल्ली, 19 जून . नीट (यूजी) परीक्षा 2024 में धांधली की शिकायत करने वाली आयुषी पटेल के दस्तावेज फर्जी पाए जाने के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. उसने मामले में कांग्रेस की भूमिका की जांच की मांग करते हुए सवाल उठाया है कि कहीं यह शिकायत “कांग्रेस द्वारा प्रायोजित तो नहीं थी”.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मैं इस मामले में प्रियंका गांधी से माफी की मांग के अलावा कानूनी कार्रवाई की मांग करता हूं. यह जांच का विषय है कि क्या कांग्रेस ने झूठे दावे करने के लिए आयुषी पटेल को प्रायोजित किया था.”

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने मंगलवार को नीट परीक्षा देने वाली आयुषी पटेल की याचिका खारिज करते हुए कहा कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर दाखिल याचिका अफसोसजनक है. हाईकोर्ट ने एनटीए को इस मामले में कार्रवाई करने की खुली छूट दी है.

लखनऊ की रहने वाली आयुषी ने दावा किया था कि नीट परीक्षा आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने पहले उसका रिजल्ट रोक लिया था. जब उसने ईमेल किया तो कारण के तौर पर एनटीए ने फटी हुई ओएमआर शीट की कॉपी उसे मेल की. इसका वीडियो बनाकर उसने सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जो देखते ही देखते वायरल हो गया था.

एनटीए ने अदालत में आयुषी की ओएमआर शीट पेश की जो बिल्कुल सही सलामत थी. उसने दावा किया कि उसके किसी भी आधिकारिक ईमेल आईडी से ऐसा कोई ईमेल शिकायतकर्ता को नहीं भेजा गया है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स पोस्ट लिखा, “प्रियंका वाड्रा ने आयुषी पटेल का वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें वह नीट परीक्षा के परिणाम के बारे में कुछ अजीब दावे कर रही हैं. उसने अदालत में भी फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराए थे और अपने ओएमआर के फटे होने के बारे में झूठे दावे किए थे.”

उन्होंने आगे लिखा, “आयुषी पटेल ने पिछले दिनों दावा किया था कि उन्होंने कोविड वैक्सीन भी बना ली है. यही वह लड़की है, जिसका इस्तेमाल कांग्रेस फर्जीवाड़े को बढ़ावा देने के लिए करती है. प्रियंका वाड्रा क्या करेंगी? क्या वह माफी मांगेगी? यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के भाई-बहन की जोड़ी द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. क्या इस तरह के झूठ को साझा करने और प्रचारित करने के लिए खुद प्रियंका वाड्रा पर मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए? क्या मीडिया उनसे कोई बुनियादी सवाल भी पूछेगा? क्या मीडिया उनसे पूछेगा कि वह इस तरह के फर्जीवाड़े का इस्तेमाल करके तबाही क्यों मचा रही हैं? क्या वह बिल्कुल भी जवाबदेह नहीं है?”

एकेएस/एकेजे