रांची, 15 जून . कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वाले रांची निवासी 25 वर्षीय अली हुसैन का शव लंबे इंतजार के बाद शनिवार सुबह रांची पहुंचा. शव जैसे ही विमान से निकाल कर एयरपोर्ट के बाहर लाया गया, वहां मौजूद उसके परिजनों के विलाप से हर किसी की आंखें नम हो उठीं.
एयरपोर्ट पर मौजूद रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने अली हुसैन के परिजनों को सरकार की ओर से सहायता के तौर पर पांच लाख रुपए का चेक उसके पिता मुबारक हुसैन को सौंपा.
श्रम विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. केंद्र की सरकार ने भी सभी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की सहायता की घोषणा की है.
रांची के हिंदपीढ़ी निजाम नगर निवासी अली करीब 25 दिन पहले ही कुवैत गया था. वहां उसके सेल्समैन के तौर पर नौकरी मिली थी. नौकरी पाकर वह बेहद खुश था. हर दिन अपने परिजनों से उसकी फोन पर बात होती थी.
अली का जब बुधवार को कोई कॉल नहीं आया तो परिजन परेशान हो गये. इधर से कॉल करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन कनेक्ट नहीं हुआ.
गुरुवार को दिन में सऊदी में रहने वाले एक रिश्तेदार ने अली हुसैन की मौत की सूचना दी. उसका अंतिम संस्कार डोरंडा स्थित कब्रिस्तान में किया जाएगा.
उसके भाई आदिल हुसैन धार्मिक जियारत के लिए मक्का गए थे और वह आज लौट रहे हैं.
कुवैत हादसे में मृत 45 भारतीय कामगारों के शव शुक्रवार को वायुसेना के विशेष विमान से कोच्चि पहुंचे. झारखंड के राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय से रांची निवासी अली हुसैन की मौत की सूचना मिली थी. इसके बाद से ही उनके शव को रांची लाने के लिए प्रवासी कक्ष उनके परिजनों के संपर्क में था.
झारखंड के सीएम चंपई सोरेन ने कहा है कि कुवैत गए अली हुसैन की मृत्यु की सूचना दुखद है. दुख की घड़ी में सरकार उनके परिजनों के साथ है. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले.
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एसएनसी/