नई दिल्ली, 14 जून . पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद बनने के बाद से विवादों से घिरे गए हैं. वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (वीएमसी) के प्लॉट पर यूसुफ पठान द्वारा कब्जा करने का आरोप लगा है. इसके बाद वीएमसी ने जमीन पर अतिक्रमण करने को लेकर पठान को नोटिस भेजा है. साथ ही निगम का कहना है कि जिस जमीन पर यूसुफ पठान ने कथित तौर पर कब्जा किया है, वो वडोदरा नगर निगम की है.
भाजपा के पूर्व पार्षद विजय पवार ने पूर्व क्रिकेटर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने यूसुफ पठान को प्लॉट देने का फैसला लिया था और प्रस्ताव राज्य सरकार तक को भेजा गया था. लेकिन, राज्य सरकार ने कॉर्पोरेशन की सिफारिश को रद्द कर दिया था. इसके बावजूद यूसुफ पठान ने प्लॉट पर कब्जा कर तबेला बना दिया था.
मामला सामने आने के बाद भाजपा के पूर्व पार्षद की वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के प्लॉट को खाली करवाने की मांग के बाद निगम हरकत में आया. जिसके बाद टीम इंडिया के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी को नोटिस जारी कर 15 दिनों के अंदर प्लॉट से कब्जा हटाने का आदेश दिया गया.
वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ. शीतल मिस्त्री का कहना है कि 6 जून को ही यूसुफ पठान को प्लॉट खाली करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया था और दो हफ्ते का वक्त दिया गया था. अगर 15 दिनों में यूसुफ पठान प्लॉट खाली नहीं करते हैं, तो वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन कानूनी कार्रवाई के तहत कब्जे किए हुए प्लॉट को खाली करवाने के लिए एक्शन लेगी.
युसूफ पठान पर वडोदरा के तनदालजा स्थित अपने आवास के बगल वाले प्लॉट पर कब्जा करने का आरोप है. यूसुफ पठान ने साल 2012 में प्लॉट खरीदने की मांग वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (वीएमसी) से की थी. जिसके बाद कॉर्पोरेशन ने प्रस्ताव मंजूर कर 2014 में राज्य सरकार को भेजा था. लेकिन, सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी.
बता दें कि यूसुफ पठान ने लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था. वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी को हराकर सांसद बने हैं.
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एसके/एबीएम