जालंधर, 13 जून . नीट परीक्षा में कथित गड़बड़ी का मामला देश भर में गरमाया हुआ है. इस पूरे मामले में देश की सर्वोच्च अदालत ने 1,563 बच्चों की परीक्षा दोबारा कराने के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले में शिक्षा मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. दूसरी तरफ कांग्रेस सीबीआई जांच कराने की मांग कर रही है.
पंजाब के जालंधर के एक केमेस्ट्री प्रोफेसर एमपी सिंह ने नीट परीक्षा को एक बड़ा स्कैम बताया है. वहीं, दूसरी तरफ नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों ने कहा है हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. दो साल तक मेहनत कर जिन्होंने भी परीक्षा दी थी उनके साथ नाइंसाफी की जा रही है.
प्रोफेसर एमपी सिंह ने कहा कि मैं 20 साल से नीट के साथ जुड़ा हुआ हूं और बच्चों को तैयारी करवा रहा हूं, कई बच्चों को डॉक्टर बनाया है.
एक बड़े स्कैम का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा का लेवल बहुत नीचे जा रहा है. नीट परीक्षा में एक ही जगह से 8 से 9 बच्चों के 720 में से 720 नंबर आ रहे हैं और 720 वाला बच्चा एम्स नहीं जा पा रहा है. यह कैसे संभव है कि एम्स में उन्हें सीट नहीं मिल रही है.
उन्होंने मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसा ही मसला अब दिख रहा है. गुजरात में ऐसे भी बच्चे हैं जो स्कूल लेवल पर फेल हैं, केमिस्ट्री, फिजिक्स में उनके 21-21 नंबर हैं. लेकिन, वह बच्चे नीट में 705 नंबर ले रहे हैं, जबकि नीट परीक्षा स्कूल बोर्ड से हार्ड होता है. इस मामले में गहनता से जांच होनी चाहिए कि ऐसा कैसे संभव हुआ.
उन्होंने कहा कि बिहार में भी ऐसे ही पेपर लीक हो गया था और 10 बच्चे पेपर लेकर बाहर आ गए थे. इसकी अभी तक जांच नहीं हो पाई कि बच्चे बाहर क्यों आए थे. राजस्थान में पैसे देकर कैंडिडेट की जगह पर दूसरे बच्चों को बैठाया गया था. जानकारी के अनुसार नीट परीक्षा में 24 लाख बच्चे शामिल हुए थे, हर बच्चे से 1500 रुपये की फीस ली गई थी, यह एक बहुत बड़ा स्कैम दिख रहा है.
नीट की तैयारी कर रहे बच्चों ने कहा कि भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. कुछ छात्र ऐसे हैं जिनके 400 नंबर आये थे और 300 नंबर ग्रेस देकर 700 कर दिए गए.
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