ज्यादातर भारतीय मानते हैं एआई से बढ़ेगी आर्थिक वृद्धि दर : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 12 जून . करीब 89 प्रतिशत भारतीय मानते हैं कि टेक्नोलॉजी (एआई सहित) के जरिए पारंपरिक और आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को अर्थव्यवस्था से जोड़ा जा सकता है. एक रिपोर्ट में बुधवार को ये दावा किया गया.

पर्सनल कंप्यूटर और प्रिंटर बनाने वाली कंपनी एचपी की ओर से कहा गया कि वैश्विक स्तर पर 76 प्रतिशत बिजनेस और सरकारी लीडर्स का मानना है कि एआई सामाजिक उद्देश्यों को हासिल करने में उनकी मदद कर सकता है.

एचपी फाउंडेशन में सोशल इम्पैक्ट के प्रमुख और निदेशक, मिशेल मालेज्की ने कहा कि हम जानते हैं कि टेक्नोलॉजी विकास दर को आगे बढ़ाने के लिए एक काफी शक्तिशाली टूल है. हालांकि, अभी हमें तेजी से बदलती दुनिया में डिजिटल डिवाइड को कम करना बाकी है. हमें लोगों को टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करने की स्किल सिखानी होगी.

एचपी की ओर से कहा गया कि हम एआई ट्रेनिंग को अपने एचपी लाइफ प्रोग्राम से जोड़ेंगे. भारत सहित वैश्विक स्तर पर एचपी, डिजिटल बिजनेस स्किल इनिशिएटिव के तहत एआई ट्रेनिंग स्किल निशुल्क उपलब्ध कराता है.

एचपी की ओर से कहा गया कि वे जल्द ही भारत में अगली पीढ़ी के एआई पीसी पेश करेंगे.

एचपी ने कहा कि उसका उद्देश्य 27.5 लाख यूजर्स को 2030 तक एचपी लाइफ फ्री स्किल- बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत जोड़ना है. एचपी फाउंडेशन की ओर से ये कार्यक्रम चलाया जाता है.

2016 से एचपी की ओर से इस प्रोग्राम को चलाया जा रहा है. वैश्विक स्तर पर अब तक इसमें 12 लाख यूजर्स जुड़ चुके हैं. इसकी मदद से लोगों को जॉब और व्यापार शुरू करने की स्किल द जाती है.

एबीएस/