सरकार का इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग पर जारी रहेगा जोर : विकास खेमानी

नई दिल्ली, 12 जून . गठबंधन सरकार बनने से हमारी निवेश रणनीति बदलने वाली नहीं है. हमारा मानना कि आने वाले समय में बड़े सुधार देखने को मिलेंगे और सरकार का इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग पर जोर जारी रहेगा. ये कहना है कि कार्नेलियन एसेट मैनेजमेंट के संस्थापक विकास खेमानी का.

एक मीडिया रिपोर्ट में खेमानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्हें अगले पांच वर्ष में क्या करना है. नई कैबिनेट में भी कोई बड़ा फेरबदल नहीं किया गया है, जो कि दिखाता है कि सरकार की नीतियां निरंतरता जारी रहेगी. बाजार के लिए ये एक काफी सकारात्मक संदेश है.

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि सरकार का इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग पर जोर जारी रहेगा. प्रधानमंत्री मोदी भी कई बार आत्मनिर्भर बनने की बात कह चुके हैं. मुझे लगता है कि अहम सेक्टर जैसे पावर और इन्फ्रास्ट्रक्चर में जो सुधार चल रहे हैं, वे जारी रहेंगे. मेरा फोकस पावर पर ज्यादा होगा, क्योंकि भारत में अगले कुछ वर्षों में बिजली की अधिक जरूरत होगी. इसके अलावा मेरा फोकस इन्फ्रास्ट्रक्चर में पोर्ट और लॉजिस्टिक्स पर होगा, क्योंकि भारत को तेजी से आगे बढ़ने के लिए सरकार यहां काफी कुछ कर रही है.”

उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा किए गए सुधारों के कारण सरकारी कंपनियों के शेयरों में तेजी बनी हुई है.

बता दें, मोदी सरकार की ओर से पिछले कुछ वर्षों में काफी सुधार किए गए हैं. इसका असर पीएसयू शेयरों पर दिखा है. बीते एक वर्ष में एचएएल ने 164 प्रतिशत, बीएचईएल ने 242 प्रतिशत, बीईएल ने 143 प्रतिशत और एसबीआई ने 45 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.

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