पीएम मोदी के समर्थन में उतरी काशी की जनता; राहुल, केजरीवाल पर कहा- इनका पाकिस्तान से है पुराना रिश्ता

वाराणसी, 29 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों को दिए इंटरव्यू में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के बीच पाकिस्तान से मिलने वाले समर्थन पर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि जिस तरह से इन लोगों को पाकिस्तान से सपोर्ट मिल रहा है, यह निसंदेह गंभीर चिंता का विषय है और इसकी जांच होनी चाहिए.

बीते दिनों पाकिस्तान सरकार में पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया था. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर ‘राहुल ऑन फायर’ लिखकर कांग्रेस नेता की तारीफ की थी. इसके बाद इस मुद्दे को बीजेपी ने फौरन लपकते हुए राहुल को आड़े हाथों लेने में देरी नहीं की. बीजेपी ने बिना समय गंवाए राहुल को पाकिस्तान से मिल रहे समर्थन पर सवाल उठाए और देश की जनता के सामने पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने यह कहने से कोई गुरेज नहीं किया कि अगर कांग्रेस के हाथों देश की सत्ता आई, तो सुरक्षा के लिहाज से हमारे लिए अच्छा नहीं रहेगा, क्योंकि जिस तरह से लगातार पाकिस्तान से कांग्रेस नेताओं को समर्थन मिल रहे हैं, यह कई तरह के गंभीर सवाल पैदा करते हैं और कांग्रेस इन गंभीर सवालों का जवाब देने की स्थिति में नजर नहीं आती है.

काशी की जनता ने पीएम मोदी द्वारा को दिए साक्षात्कार के संबंध में कहा कि वो बिल्कुल सही कह रहे हैं. राहुल गांधी और केजरीवाल चीन और पाकिस्तान के समर्थन से ही हिंदुस्तान में अपनी सरकार बनाना चाह रहे हैं, लेकिन इन लोगों को इसमें सफलता नहीं मिलेगी, क्योंकि भारत और भारतीयों का उनको कोई समर्थन नहीं है. वो केवल भ्रष्टाचारियों और विदेशी ताकतों का सहारा लेकर भारत में सत्ता हासिल करना चाहते हैं. वहीं पीएम मोदी की इस बात का मैं समर्थन करता हूं कि भ्रष्टाचारियों पर और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और हिंदुस्तान की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है कि भ्रष्टाचार के आरोप में दो-दो सीटिंग मुख्यमंत्री पकड़े गए. इसी तरह हम प्रधानमंत्री से निवेदन करते हैं कि कुछ भ्रष्टाचारी बीजेपी में भी शामिल हो गए हैं, इन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.

वहीं, एक अन्य काशीवासी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने जो कुछ भी कहा है, वो तथ्यों के आधार पर कहा है. इससे पहले मोदी सरकार के एक मंत्री ने ही मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि राहुल गांधी अगर प्रधानमंत्री होंगे, तो पाकिस्तान के लिए बेहतर होगा और हमारे संबंध मधुर होंगे. निश्चित तौर पर बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ना घर का रहा और ना घाट का. वह आर्थिक मोर्चे पर जूझ रहा है और भारत का मुकाबला किसी भी स्थिति में कर नहीं सकता. लिहाजा वो भारत में ही मौजूद राजनीतिक तत्वों को अपना हथियार बनाने का प्रयास करता है. इसके अलावा भ्रष्टाचारियों पर ऐसा एक्शन होना चाहिए जो लोगों के लिए नजीर बने और अगर वो नजीर बनता है, तो लोग भ्रष्टाचार करने से खौफ खाएंगे. आमतौर पर लोगों में यह धारणा होती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई महज छोटे लोगों तक ही होती है और बड़े लोग बच जाते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में जिस तरह से इस धारणा को ध्वस्त कर एक नई धारणा विकसित की है, वो काबिल-ए-तारीफ है. पहले जो एक्शन सिर्फ जुबानी होते थे, वो अब मूर्त रूप ले रहे हैं. अब जब प्रधानमंत्री जल्द ही अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने जा रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में भ्रष्टाचारियों की एक ही जगह रहेगी और वो होगी जेल.”

एक अन्य काशीवासी ने कहा, “मुझे नहीं लगता है कि राहुल के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई नई बात कही है, क्योंकि इससे पहले भी हमने देखा है कि राहुल के चीन के साथ मधुर संबंध रहे हैं. आज की तारीख में पूरी दुनिया इस बात को जानती है कि पाकिस्तान और चीन दो जिस्म एक जान हैं. पाकिस्तान तो हमेशा ही मोदी जी के विरोध में रहा है. वो तो यही चाहता है कि नरेंद्र मोदी किसी भी कीमत पर भारत के प्रधानमंत्री ना बनें और इसके लिए वो सारी तिकड़मबाजी करने में लगा हुआ है. विगत 10 सालों में पाकिस्तान के क्या हालात हैं, यह आप भी जानते हैं और रही बात आतंकवाद की, तो मैं एक बात कहना चाहूंगा कि मोदी जी के आने के बाद धीरे-धीरे हमारे देश से आतंकवाद खत्म हो रहा है. मुझे अच्छे से याद है कि मोदी जी के आने के बाद अभी तक भारत में कोई भी आतंकी हमला नहीं हुआ है, सिर्फ कश्मीर को छोड़कर. अब कश्मीर में भी थोड़ी बहुत हिंसा बची है. वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. मैं तो कहूंगा कि भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वो किसी भी पार्टी का क्यों ना हो.”

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