हमीरपुर, 28 मई . लोकसभा चुनाव के बीच सभी पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर हमलावर हैं. सभी खुद को जनता के बीच एक बेहतरीन नेता के रूप में प्रस्तुत कर मतदाताओं को रिझाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी बीच, बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.
अनुराग ठाकुर ने कहा, “लड़की हूं, लड़ सकती हूं”, का नारा देना बहुत आसान होता है, लेकिन प्रियंका ना ही कभी लड़कियों के लिए लड़ीं और ना ही उनके साथ कभी खड़ी हुईं. महिलाओं के साथ अत्याचार और अपराध भी हुआ, लेकिन प्रियंका दूर-दूर तक नजर नहीं आईं. कांग्रेस पार्षद की बेटी नेहा ने जबरन निकाह करने से इनकार किया, तो उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गई. उनकी सरकार में उनके पार्षद की बेटी को न्याय नहीं मिला, लेकिन प्रियंका कहीं पर भी नजर नहीं आईं. प्रियंका ने हर बार यह बखूबी साबित किया है कि ‘लड़की हूं, लेकिन मैं लड़ नहीं सकती हूं’. हिमाचल प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए देने का वादा कर प्रियंका गांधी गई थी, लेकिन 16 महीने हो जाने के बावजूद भी वो कहीं पर भी दिखाई नहीं दी.“
उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री कहते हैं कि 24 घंटे में महिलाओं को पैसे देंगे, लेकिन ना जाने कितने ही 24 घंटे बीत गए, मगर इन्होंने आज तक एक रुपया भी किसी को देने की जहमत नहीं उठाई, अब तो आपकी सरकार के जाने का समय आ चुका है. यही नहीं, मैंने राहुल गांधी से सवाल किया था कि आखिर ऐसी कौन-सी मजबूरी आ गई थी कि आपको पाकिस्तान की तारीफ करनी पड़ गई? ऐसी कौन-सी मजबूरी आ गई थी कि आपको चीन से राजीव गांधी फाउंडेशन के नाम पर पैसा लेना पड़ गया? आखिर ऐसी कौन–सी मजबूरी है कि आपको सैनिकों के शौर्य पर सवाल खड़ा करना पड़ गया? आखिर ऐसी कौन-सी मजबूरी है कि कांग्रेस को रक्षा सौदों में दलाली खाने की नौबत आ गई. आखिर ऐसी कौन-सी मजबूरी आ गई कि कांग्रेस को एससी/एसटी ओबीसी के हिस्से का पैसा खाना पड़ गया?”
बीजेपी नेता ने कहा, “लोगों की संपत्ति छीनकर कांग्रेस मुस्लिमों और घुसपैठियों के बीच बांटने में विश्वास रखती है. आखिर कांग्रेस की ऐसी कौन-सी मजबूरी है कि वो राम मंदिर का जहां अपमान करती है, वहीं सनातन धर्म को कुचलने पर आमादा हो चुकी है. राम मंदिर पर बुलडोजर चलाना आखिर कांग्रेस की कौन-सी मजबूरी है. कभी हिंदुओं को अपमानित करना तो कभी भारत को नीचा दिखाना. आखिर कांग्रेस ऐसा क्यों कर रही है? आखिर यह सब कर कांग्रेस क्या दिखाने की कोशिश कर रही है. लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस द्वारा पाकिस्तान और चीन के नाम तारीफ के पुल बांधना कौन-सी मजबूरी है? इनका शरीर हिंदुस्तान में है, लेकिन इनका दिल पाकिस्तान में है. आज की तारीख में यही कांग्रेस की सच्चाई है, जिससे आप सभी लोगों को वाकिफ हो जाना चाहिए. अगर नहीं होते हैं, तो मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि आगे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.“
उन्होंने आगे कहा, “आज की तारीख में सच्चाई यह है कि पाकिस्तान वालों का दिल कांग्रेस के लिए धड़कता है और कांग्रेस का दिल पाकिस्तान वालों के लिए धड़कता है. कांग्रेस के लोग कहते हैं कि वहां से बाघा बॉर्डर खोलकर मरीजों को भारत लाएंगे और उनका उपचार करेंगे. अरे जिन लोगों ने यहां पर आकर खून की नदियां बहाई, आप लोग उनके साथ दोस्ती के हाथ बढ़ा रहे हैं. मेरा सवाल है कि आखिर कांग्रेस की ऐसी क्या मजबूरी है कि वो पाकिस्तान से दोस्ती के हाथ बढ़ा रही है. पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है और मैं एक बात स्पष्ट कह देना चाहता हूं कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, तब तक भारत उसे मुंहतोड़ जवाब देता रहेगा.“
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