पटना, 22 मई . बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को कहा कि चुनाव के नतीजों की आहट से अब इंडी अलायंस के नेताओं के दम फूलने लगे हैं. अब तक हुए पांच चरणों के चुनाव में जनता ने जाति, मजहब और क्षेत्र की सीमाओं को तोड़कर जिस तरह से ‘मोदी जी की गारंटी’ को गले लगाया है, उसे देखकर इन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा. यही कारण है कि अब विपक्ष शब्दों की हिंसा से आगे बढ़कर शारीरिक हिंसा जैसे हथकंडे अपनाने पर उतर आए हैं.
विजय सिन्हा ने कहा कि किसी भी चुनाव में कोई भी पार्टी या गठबंधन अपना रिपोर्ट कार्ड, अपना एजेंडा और अपना विजन आगे रखकर जनता के बीच जाती है. लेकिन, इंडी गठबंधन ने ऐसा कुछ नहीं किया. ये ढंग से न अपना गठबंधन बना पाए, न कोई न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय कर पाए और न ही एक घोषणापत्र बना पाए.
उपमुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इस गठबंधन के पांच सितारा होटलों में शानदार डिनर पार्टियों से इनकी चुनावी रणनीति की कवायद शुरू हुई. इस कारण इनका एजेंडा भी ‘मटन की रेसिपी’ तक सिमट कर रह गई. घोषणापत्र की बात करें तो ‘जितने चेहरे उतने बोल’ की तर्ज पर इन्होंने हर पार्टी का अलग-अलग घोषणापत्र जारी किया.
उन्होंने कहा कि जब चुनाव में उतरे तो इन्हें समझ ही नहीं आया कि जनता से क्या कहें ? कभी इन्हें संविधान खतरे में नजर आता है तो कभी लोकतंत्र संकट में दिखता है. जब इनके ये दांव नहीं चले तो इंडी वाले समाज को धर्म और जाति के आधार पर बांटने में जुट गए. यहां तक कि अपने पक्ष में अपने पाकिस्तानी दोस्तों से भी अपील कराने से बाज नहीं आए. अपनी नाकामियों की खीज मिटाने के लिए अब ये लोग हिंसा और अराजकता का माहौल बनाने में जुट गए हैं.
उन्होंने दावा किया कि आज 140 करोड़ लोगों का मोदीजी का परिवार विकसित भारत बनाने की दिशा में मजबूत इरादे के साथ बढ़ चुका है. चार जून को दिशाहीन इंडी गठबंधन के परिवारवादी नेताओं की राजनीतिक जमींदारी जब्त होने वाली है.
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एमएनपी/एबीएम