स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में पुलिस ने विभव की 7 दिन की रिमांड मांगी

नई दिल्ली, 18 मई . स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीएस विभव कुमार को अदालत में पेश किया गया. तीस हजारी कोर्ट में शनिवार रात हुई सुनवाई में दिल्ली पुलिस ने विभव की 7 दिन की रिमांड मांगी.

इससे पहले अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच करवाई गई. मामले की जांच कर रही पुलिस सांसद स्वाति मालीवाल से मिलने उनके आवास पर पहुंची.

सुनवाई के दौरान विभव के वकीलों ने अदालत को बताया कि पुलिस इस मामले में तथ्यों को तोड़-मरोड़ रही है. उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि स्वाति मालीवाल बिना किसी पूर्व सूचना व अपॉइंटमेंट के मुख्यमंत्री आवास पहुंचीं. उन्होंने किसी को यहां आने का उद्देश्य भी नहीं बताया.

उधर, विभव कुमार अपनी पुलिस शिकायत में पहले ही कह चुके हैं कि स्वाति मालीवाल ने सीएम हाउस की सुरक्षा को भंग किया और जबरदस्ती सीएम हाउस में घुसीं. गिरफ्तारी से पहले विभव ने अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दी थी, जो रद्द हो गई. विभव ने अग्रिम जमानत याचिका की अर्जी तीस हजारी कोर्ट में लगाई थी. शनिवार सुबह थाना सिविल लाइन पुलिस ने विभव को मुख्यमंत्री आवास से गिरफ्तार किया था. उन पर 13 मई को आम आदमी पार्टी की ही राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास के अंदर मारपीट करने का आरोप लगा है.

स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के आरोप में दिल्ली पुलिस ने विभव को शनिवार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने सिविल लाइन थाने में विभव से पूछताछ भी की. सिविल लाइन पुलिस ने विभव को पहले हिरासत में लिया था. उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी से पहले विभव कुमार ने दिल्ली पुलिस को दो मेल किए थे. पहले मेल में उन्होंने स्वाति मालीवाल की शिकायत की थी और दूसरे मेल में उन्होंने दिल्ली पुलिस की जांच में सहयोग करने की बात कही थी.

इस मामले में विभव के वकील का आरोप है कि अभी तक उन्हें एफआईआर की कॉपी नहीं मिली है. आम आदमी पार्टी के नेता पहले ही इस घटना को दिल्ली के मुख्यमंत्री को फंसाने की साजिश बता चुके हैं. आप नेताओं ने आरोप लगाया है कि स्वाति मालीवाल को 13 मई को सुबह-सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बिना अपॉइंटमेंट के भेजा गया था.

आप नेता आतिशी ने इस इस घटना को भाजपा की साजिश बताया है. उन्‍होंने कहा है कि इन सब के पीछे भाजपा का हाथ है और इसका चेहरा स्वाति मालीवाल हैं.

गौरतलब है कि 13 मई की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से पीसीआर कॉल की गई थी. इस मामले में स्वाति मालीवाल ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा है कि मुख्यमंत्री आवास के अंदर मुख्यमंत्री के पीएस विभव ने उनके साथ बदसलूकी की, उन्हें बुरी तरीके से मारा-पीटा और बाहर निकाल दिया था.

जीसीबी/एसजीके