बीजिंग, 17 मई . हाल ही में चीन ने श्यू फ़ेइहोंग को भारत में अपना नया राजदूत नियुक्त किया है. उन्होंने दिल्ली पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया है.
नए राजदूत की नियुक्ति से चीन-भारत संबंधों पर क्या असर पड़ेगा, साथ ही चीन और भारत के संबंध कैसे बेहतर हो सकते हैं, इन मुद्दों पर चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के संवाददाता अनिल पांडेय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर स्वर्ण सिंह के साथ बात की.
इंटरव्यू में प्रो. सिंह ने कहा कि आजकल भारत में आम चुनाव चल रहे हैं, ऐसे वक्त में चीन के नए राजदूत की नियुक्ति एक अच्छा संकेत है. लंबे समय के बाद चीनी राजदूत ने भारत में कार्यभार संभाला है. इससे भारत और चीन के संबंधों में बहुत अच्छा असर देखने को मिल सकता है. साथ ही चुनाव के दौरान राजदूत को भारत की राजनीति को सही ढंग से समझने में मदद मिलेगी.
प्रो. स्वर्ण सिंह के मुताबिक, चीन और भारत को सीमा संबंधी मुद्दे को हल करने के लिए ध्यान देना चाहिए. राजदूत श्यू ने भी संबंधों को सुधारने की दिशा में प्रयास करने की बात की है.
उन्होंने यह भी कहा कि चीन और भारत दोनों बहुत तेजी से उभरती हुई महाशक्तियां हैं. ऐसे में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए दोनों पड़ोसियों को आपसी रिश्तों में सुधार लाना चाहिए. राजदूत ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का हवाला देते हुए यह भी कहा है कि सीमा मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत का रास्ता अपनाया जाना चाहिए.
(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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