नई दिल्ली, 17 मई . राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी के मामले में शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार को दूसरा नोटिस जारी किया.
एनसीडब्ल्यू ने कुमार को शुक्रवार को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उनके उपस्थित होने की संभावना कम है.
एसीडब्ल्यू की प्रमुख रेखा शर्मा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने आप सांसद मालीवाल के साथ बदसलूकी के मामले में एनसीडब्ल्यू के समक्ष उपस्थित होने के लिए पुलिस के माध्यम से कुमार को आज दूसरा समन भेजा है.”
शर्मा ने कहा, “हम आज उनके (कुमार के) घर पर जा सकते हैं, ऐसा नहीं है कि हम उनके आने का इंतजार कर रहे हैं.”
शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर मामले की जानकारी मिलने के बाद एनसीडब्ल्यू ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने कहा, “मैंने स्थिति पर करीबी नजर रखी, मालीवाल से बात की और उन्हें शिकायत दर्ज कराने के लिए सामने आने के लिए प्रोत्साहित किया. मुझे लगता है कि वह सदमे में थीं क्योंकि किसी ने सोचा भी नहीं था कि उनकी पार्टी के नेता के घर पर उनके साथ इस तरह बदसलूकी होगी.
“वह एक सांसद हैं जिन्होंने लगातार महिलाओं के मुद्दे उठाये हैं. मैंने उन्हें समर्थन का भरोसा दिलाया और अपनी बात रखने तथा शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया.”
रेखा शर्मा ने कहा कि उन्होंने पुलिस आयुक्त से बात की है जिन्होंने एफआईआर में लगाई गई आईपीसी की धारा 308, 341, 354डी, 306 और 309 के बारे में बताया.
सूत्रों के अनुसार, मालीवाल ने पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि जब वह मुख्यमंत्री आवास पर ड्रॉइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, उनके निजी सचिव विभव कुमार वहां आये और बिना किसी बात के उन्हें थप्पड़ मार दिया. इसके बाद कुमार ने पेट में घूंसा भी मारा.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के पास दर्ज बयान में सांसद ने कहा है, “मैं ड्रॉइंग रूम में गई और वहां इंतजार कर रही थी. विभव आया और मुझे गालियां देने लगा. बिना किसी उकसावे के उसने मुझे थप्पड़ मारा…. मैं चिल्लाई, और उससे मुझे छोड़ देने और मुझे जाने देने की गुहार लगाई, लेकिन वह मुझे पीटता रहा और हिंदी में गालियां देता रहा.
“उसने मुझे धमकी देते हुए ‘देख लेंगे, निपटा देंगे’ जैसे शब्द कहे. उसने मुझे छाती पर, चेहरे पर, पेट में और शरीर के निचले हिस्से में मारा. मैंने उसे बताया कि मेरा मासिक धर्म चल रहा है और मैं काफी दर्द से गुजर रही हूं, और मुझे अकेला छोड़ देने की भीख मांगी. अंततः मैं उसके चंगुल से छूटने में कामयाब रही और मदद के लिए पुलिस को पुकारते हुए कमरे से बाहर भागी.”
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एकेजे/