बीजिंग, 15 मई . यूनेस्को ने जीवन और पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व अनुसंधान की मान्यता में “लोरियल-यूनेस्को विश्व उत्कृष्ट महिला वैज्ञानिक पुरस्कार” की विजेताओं की सूची की घोषणा की.
पांच महिला वैज्ञानिकों ने पुरस्कार जीता, चीनी वैज्ञानिक यान निंग उनमें से एक हैं, अन्य चार वैज्ञानिक क्रमशः कैमरून, ब्राज़ील, कनाडा और फ्रांस की हैं.
यूनेस्को के अनुसार, इस वर्ष की विजेताओं का चयन एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जूरी द्वारा दुनियाभर की 350 उम्मीदवारों में से किया गया था. पुरस्कार विजेताओं की उत्कृष्ट उपलब्धियां दर्शाती हैं कि कैंसर, मलेरिया, पोलियो, मोटापा, मधुमेह, मिर्गी आदि बीमारियों सहित प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों जैसी चुनौतियों का समाधान करने के लिए विज्ञान को अब पहले से कहीं अधिक महिलाओं की भागीदारी की आवश्यकता है.
छिंगहुआ विश्वविद्यालय के जीवन विज्ञान कॉलेज की प्रोफेसर यान निंग के उत्कृष्ट शोध ने मिर्गी और कार्डियक अतालता जैसी कई बीमारियों पर शोध को आगे बढ़ाया है, और दर्द सिंड्रोम के उपचार का मार्गदर्शन किया. साथ ही, वह वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा में लैंगिक समानता की भी प्रबल समर्थक हैं.
बता दें कि “विश्व उत्कृष्ट महिला वैज्ञानिक पुरस्कार” की स्थापना साल 1998 में यूनेस्को और फ्रेंच लोरियल ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी. यह प्रतिवर्ष अफ्रीका और अरब राज्य, एशिया प्रशांत, यूरोप, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन, और उत्तरी अमेरिका जैसे पांच क्षेत्रों से चुनी गई पांच महिला वैज्ञानिकों को प्रदान किया जाता है.
इस वर्ष का पुरस्कार समारोह 28 मई को पेरिस में यूनेस्को मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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