मुंबई, 15 मई . जनरल इंश्योरेंस कंपनी गो डिजिट का आईपीओ बुधवार से निवेश के लिए खुल गया है. इस आईपीओ का इश्यू साइज 2,614.65 करोड़ है, जिसमें से 1,125 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 1,489.65 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है.
यह आईपीओ शुक्रवार को निवेशकों के लिए बंद हो जाएगा. गो डिजिट आईपीओ का प्राइस बैंड 258 रुपये से लेकर 272 रुपये तय किया गया है. इसका लॉट साइज 55 शेयरों का है. खुदरा निवेशकों को आईपीओ में भाग लेने के लिए कम से कम एक लॉट की बोली लगानी होगी.
इस पब्लिक इश्यू में योग्य संस्थागत निवेशक के लिए 75 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित किया गया है. वहीं, गैर-संस्थागत निवेशकों और रिटेल निवेशकों के लिए क्रमश: 15 प्रतिशत और 10 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित है.
कंपनी ने एंकर निवेशकों से 1,176.59 करोड़ रुपये जुटाए हैं. एंकर निवेशकों में फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, गोल्डमैन सैक्स, एसीएम ग्लोबल फंड, आईटीपीएल इनवेस्को इंडिया म्यूचुअल फंड, कस्टडी बैंक ऑफ जापान, श्रोडर इंटरनेशनल, ईस्ट स्प्रिंग इन्वेस्टमेंट्स इंडिया, एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, एक्सिस म्यूचुअल फंड, मिराए एसेट म्यूचुअल फंड, अशोक व्हाइटओक म्यूचुअल फंड, मालाबार म्यूचुअल फंड और स्टीडव्यू कैपिटल मॉरीशस लिमिटेड जैसे फंड्स के नाम शामिल हैं.
गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस कंपनी है. यह ग्राहकों को हेल्थ, ट्रेवल, ऑटो के साथ प्रॉपर्टी और अन्य प्रकार के बीमा उत्पाद उपलब्ध कराती है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के पहले नौ महीने (अप्रैल-दिसंबर तक) में 129 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. इस दौरान कंपनी की आय 5,750.21 करोड़ रुपये रही है.
कंपनी के प्रवर्तकों में कामेश गोयल, गो डिजिट इन्फोवर्क्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, ओबेन वेंचर्स एलएलपी और एफएएल कॉर्पोरेशन शामिल हैं. क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने भी इस कंपनी में निवेश किया हुआ है.
ब्रोकरेज फर्म मास्टर कैपिटल सर्विसेज ने गो डिजिट के आईपीओ पर कहा कि गैर-जीवन बीमा क्षेत्र वित्त वर्ष 2018 से लेकर वित्त वर्ष 2023 के बीच 11.2 फीसदी प्रतिवर्ष की दर से बढ़ा है. गो डिजिट का ध्यान इस वृद्धि दर को केंद्र में रखते हुए नए ग्राहकों का अधिग्रहण करने के साथ पुराने ग्राहकों को बनाए रखना है. कंपनी ने ऐसा करके दिखाया भी है. कंपनी नए क्षेत्रों में विस्तार करने के साथ अपना प्रोडक्ट पोर्टफोलियो बड़ा कर रही है. इसके अलावा टेक्नोलॉजी में भी निवेश किया जा रहा है. इस सभी कारणों से चलते हम निवेशकों को मध्यम से लंबा नजरिया रखते हुए निवेश की सलाह देते हैं.”
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एबीएस/एबीएम