बीजिंग, 10 मई . भूराजनीतिक संघर्ष और विश्व आर्थिक मंदी की स्थिति में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की तीन यूरोपीय देशों की यात्रा सफल रही.
इसकी चर्चा में चीनी और अमेरिकी अध्ययन केंद्र के वरिष्ठ शोधकर्ता सौरभ गुप्ता ने कहा कि शी चिनफिंग की यात्रा न सिर्फ विश्व शांति और विकास के लिए लाभदायक है, बल्कि वैश्वीकरण प्रक्रिया बढ़ाने में इसका सक्रिय योगदान है.
शी चिनफिंग ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ वार्ता में कहा कि बदलती विश्व स्थिति में चीन और यूरोप को रणनीतिक संपर्क, आपसी रणनीतिक विश्वास, रणनीतिक सहमति और रणनीतिक सहयोग बढ़ाना होगा, ताकि चीन-यूरोप संबंधों का सतत और स्वस्थ विकास करने के साथ विश्व शांति और विकास में नया योगदान किया जा सके.
इसके बारे में सौरभ गुप्ता ने कहा कि यूरोप और चीन की विश्व अर्थव्यवस्था और विश्व राजनीति में महत्वपूर्ण भागीदारी है. शी चिनफिंग की विचारधारा अलगाव का विरोध करने और वैश्वीकरण प्रक्रिया बढ़ाने के लिए लाभदायक है. यात्रा के दौरान शी चिनफिंग ने पेरिस ओलंपिक खेलों का फायदा उठाकर वैश्विक युद्धविराम साकार करने की पहल पेश की.
गुप्ता ने कहा कि यह बहुत अद्भुत विचार है. जब तमाम लोग मुठभेड़ में खून बहा रहे हैं, तो ओलंपिक युद्धविराम हासिल करने और युद्ध समाप्त करने का सबसे अच्छा अवसर है. आशा है कि फ्रांस और चीन उचित समय में इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में शामिल करेंगे.
इसके साथ ही गुप्ता ने कहा कि चीन हमेशा मानव जाति साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण करने की अपील करता है. चीन की पहल पूरी दुनिया में लोकप्रिय है. संयुक्त राष्ट्र संघ से केंद्रित बहुपक्षवाद और इसके मापदंड को फिर से सभी पक्षों के कार्यों का मूल सिद्धांत बनना होगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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