नई दिल्ली, 29 अप्रैल . विशाखापत्तनम में सोमवार को विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम में छात्र, कामकाजी लोग और कुछ सेवानिवृत्त अधिकारी एकत्र हुए और सभी ने 2047 तक सरकार के ‘विकसित भारत’ के सपने की सराहना की.
कई प्रतिभागियों ने से बात की और उन्होंने विकसित भारत मिशन की सराहना की, इन लोगों ने कहा कि यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को ‘एंबेसडर्स ऑफ चेंज’ बनने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करता है, जिसे भारत अगले कुछ दशकों में देखने वाला है.
इससे पहले, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को गीतम विश्वविद्यालय में विकसित भारत एंबेसडर कैंपस डायलॉग को संबोधित किया और पिछले दस वर्षों में मोदी सरकार की उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे देश यूपीए काल के दौरान महत्वपूर्ण अवसरों से चूक गया.
विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम में भाग लेने वाली एमबीबीएस छात्रा अमृता ने को बताया कि यह एक शानदार पहल है और यह देश को मजबूत विकास पथ पर ले जाएगी.
उन्होंने कहा, “एक भारतीय के रूप में मुझे गर्व है कि मेरा देश पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. आने वाले वर्षों में और भी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है.”
उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल विकास तेजी से हो रहा है और दुनिया भी इसे पहचान रही है.
उन्होंने कहा, “रिकॉर्ड डिजिटलीकरण और यूपीआई भुगतान कुछ सबसे बड़े बदलाव हैं, जो हम देखते हैं.”
एमबीबीएस कर रहे एक अन्य छात्र ने कहा कि विकसित भारत मिशन का उद्देश्य विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करना, विकास का एक स्थायी मॉडल विकसित करना और सभी क्षेत्रों में देश में जीवन स्तर में सुधार करना है.
उन्होंने कहा, “विकसित भारत यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस आर्थिक प्रगति से लाभ मिले.”
विशाखापत्तनम के निवासी और जनसंपर्क विभाग में मुख्य प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त उपाध्याय शर्मा ने कहा कि विकसित भारत मोदी सरकार की एक अद्भुत पहल है और आने वाले वर्षों में इससे देश को बड़े लाभ मिलेंगे.
उन्होंने कहा, “आज, सकल घरेलू उत्पाद बढ़ रहा है, छात्र और पेशेवर उद्यमी बन रहे हैं. भारत डिजिटल विकास का नया केंद्र बन रहा है और यूपीआई भुगतान ने देश को एक नई पहचान दी है.”
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में विकसित भारत एंबेसडर पहल विश्व मंच पर देश की बढ़ती स्थिति के लिए मंच तैयार करेगी और भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
एक फॉरेन एक्सचेंज कंपनी के लिए काम करने वाले साहिब वर्मा ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र भी विकसित भारत के लक्ष्यों और संभावनाओं को लेकर उत्साहित है.
उन्होंने कहा, “आज देश में दूरगामी बदलाव देखने को मिल रहे हैं, रेहड़ी-पटरी वालों समेत छोटे खुदरा विक्रेता भी भुगतान के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “किसानों को भी बहुत फायदा हो रहा है, वे न केवल स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं बल्कि 5जी तकनीक का भी उपयोग कर रहे हैं, वे डिजिटल चैनलों के माध्यम से खेती करना सीख रहे हैं.”
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