ग्रेटर नोएडा, 27 अप्रैल . स्क्रैप माफिया रवि काना को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने शनिवार को सूरजपुर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने उसकी रिमांड मांगी थी, माना जा रहा है कि आने वाले सोमवार को रिमांड पर सुनवाई हो सकती है.
रवि काना व उसकी गर्लफ्रेंड से पुलिस ने 80 से ज्यादा सवाल पूछे. दोनों पर 50 हजार का इनाम घोषित था.
गैंगरेप और गैंगस्टर के मामले में फरार रवि काना दो दिन पहले ही थाईलैंड में पकड़ा गया, जिसके बाद उसकी महिला मित्र के साथ दोनों को भारत डिपोर्ट किया गया और दिल्ली एयरपोर्ट से उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
जनवरी में ग्रेटर नोएडा की बीटा 2 पुलिस ने रवि काना और उसके गिरोह के 15 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी और उससे पहले नोएडा के थाना सेक्टर-39 में रवि काना और उसके सहयोगियों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज हुआ था.
लंबे समय से पुलिस को रवि काना की तलाश थी.
रवि के गिरोह के ज्यादातर सदस्य और उसकी पत्नी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन रवि व उसकी महिला मित्र लगातार फरार चल रहे थे.
पुलिस को पहले ही शक था कि वह देश छोड़कर कहीं भाग चुका है. इसी को लेकर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था.
नोएडा पुलिस इस मामले में थाईलैंड पुलिस के संपर्क में भी थी. शुक्रवार रात को इन दोनों को इंडिया डिपोर्ट किया गया, जिसके बाद एयरपोर्ट से नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
रवि काना और काजल झा को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ भी की गई. इस दौरान पुलिस ने सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की थी जिसमें रवि काना से 45, वहीं काजल से करीब 38 सवाल पूछे गए.
उनके राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारियों से संरक्षण देने वालों के बारे में भी पूछा गया. बताया जा रहा है कि इस दौरान रवि काना ने कई सफेदपोशों और अफसर के नाम पुलिस को बताए हैं.
पुलिस ने शनिवार को रवि को कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड मांगी, जिस पर सुनवाई बाकी है.
रवि काना हरेंद्र प्रधान दादूपुर का छोटा भाई है. हरेंद्र प्रधान की हत्या वर्ष 2015 में सुंदर भाटी ने करवाई थी. हरेंद्र नागर हत्याकांड गौतमबुद्ध नगर के चर्चित हत्याकांड में शामिल है. हरेंद्र नागर की हत्या होने के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी का सारा काम रवि काना ने संभाल लिया.
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पीकेटी/