लोकसभा चुनाव 2024 : जिन 88 सीटों पर हो रही है वोटिंग, जाने 2019 में कैसा रहा था उनका नतीजा

नई दिल्ली, 26 अप्रैल . लोकसभा चुनाव-2024 के दूसरे चरण का मतदान जारी है. इस चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 लोकसभा सीटों पर 1,200 से ज्यादा प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इस चरण में 89 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना था. लेकिन, मध्य प्रदेश के बैतूल में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के निधन के चलते यहां मतदान टल गया. अब, यहां मतदान तीसरे चरण में होगा.

दूसरे चरण के चुनाव में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पोलिंग बूथों के बाहर लाइन में खड़े हैं. इस चरण के मतदान में भी कई सियासी दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी.

आंकड़ों की मानें तो दूसरे चरण के चुनाव में सुबह 11 बजे तक मतदान का आंकड़ा इस प्रकार रहा है. असम में 27.43%, बिहार में 21.68%, छत्तीसगढ़ में 35.47%, जम्मू और कश्मीर में 26.61%, कर्नाटक में 22.34%, केरल में 25.61%, मध्य प्रदेश में 28.15%, महाराष्ट्र में 18.83%, मणिपुर में 33.22%, राजस्थान में 26.84%, त्रिपुरा में 36.42%, उत्तर प्रदेश में 24.31%, पश्चिम बंगाल में 31.25% मतदान दर्ज किया गया है. इस चरण में सभी 13 राज्यों के मतदान प्रतिशत को देखें तो 11 बजे तक कुल 25.6 प्रतिशत मतदान के आंकड़े सामने आ रहे हैं.

इस चरण के मतदान के साथ राहुल गांधी, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, वीरेंद्र खटीक, शोभा करंदलाजे, वी. मुरलीधरन, अरुण गोविल, वीडी शर्मा, डीके सुरेश, एचडी कुमारस्वामी, राजीव चंद्रशेखर, हेमा मालिनी, ओम बिड़ला, शशि थरूर, भूपेश बघेल, डॉ. महेश शर्मा, नवनीत कौर राणा, दानिश अली, कंवर सिंह तंवर, सुकांत मजूमदार, तेजस्वी सूर्या, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, रविंद्र सिंह भाटी, वैभव गहलोत समेत कई दिग्गजों का सियासी भविष्य ईवीएम में कैद हो जाएगा.

दूसरे चरण में कुल 1.67 लाख पोलिंग स्टेशन पर 15.88 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. इनमें 8.08 करोड़ पुरुष, 7.8 करोड़ महिलाएं और 5,929 ट्रांस जेंडर वोटर हैं.

इस चरण में केरल की सभी 20 सीटों पर मतदान हो रहा है. मोदी सरकार के 6 केंद्रीय मंत्रियों के साथ दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है. दूसरे फेज में 4,100 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं जिन पर पूरी तरह से महिला कर्मचारियों की तैनाती की गई है. यहां तमाम चुनाव अधिकारियों के साथ सुरक्षा निगरानी में तैनात सारे सुरक्षाकर्मी भी महिला हैं. वहीं, 640 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जिनकी बागडोर दिव्यांग पोलिंग स्टाफ के हाथों में है.

2019 के लोकसभा चुनाव में इन 88 सीटों में से करीब 60 फीसदी सीटें भाजपा की, वहीं, 20 फीसदी सीटें कांग्रेस के हिस्से में आई थी.

2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जिन 88 सीटों पर मतदान हो रहा है, उसमें से 2019 के लोकसभा चुनाव में 52 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी. जबकि, कांग्रेस को 18 सीटें मिली थी. वहीं, बाकी की 18 सीटों में से 7 सीटें भाजपा के सहयोगी दलों के हिस्से आई थी. कांग्रेस के सहयोगी और अन्य विपक्षी दलों को 11 सीटें मिली थी.

इस बार के चुनाव में इन 88 सीटों में से भाजपा 69 सीटों पर किस्मत आजमा रही है. जबकि, कांग्रेस 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. एनडीए के सहयोगी दलों की बात करें तो एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना इस बार 3 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जेडीयू ने इस चरण के तहत बिहार की 5 सीटों में हो रहे चुनाव में 4 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इसके अलावा आरएसपीएस 1 और जेडीएस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इंडी गठबंधन की तरफ से कांग्रेस के अलावा आरजेडी 2, सपा 4, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग 2 सीट, आरसीपी 1, केसीएम एक, एनसीपी 1, उद्धव ठाकरे की शिवसेना चार सीटों पर चुनाव मैदान में है.

इस चरण की 88 सीटों पर नजर डालें तो इसमें से 34 ऐसी सीटें हैं, जिन पर पिछले तीन लोकसभा चुनाव में एक ही पार्टी का कब्जा रहा है, जबकि 54 सीटों पर लगातार मतदाता अपनी पसंद को बदलते रहे हैं या दो बार से एक ही पार्टी का कब्जा है. जिन 34 सीटों पर पिछले तीन चुनाव से एक ही पार्टी का कब्जा रहा है, उसमें से 19 सीटें भाजपा के पास, 8 सीटें कांग्रेस के पास और अन्य दलों के पास सात सीटें हैं.

इस चरण के चुनाव में जिन उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद होनी है, उनमें एडीआर की रिपोर्ट की मानें तो कर्नाटक से कांग्रेस नेता वेंकटरमन सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. उनके पास कुल संपत्ति 622 करोड़ रुपये है. दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार कांग्रेस के ही डीके सुरेश हैं, जिनकी संपत्ति 593 करोड़ रुपये है. इसके बाद तीसरे नंबर पर बीजेपी की मथुरा से उम्मीदवार हेमा मालिनी हैं, जिनके पास 278 करोड़ रुपये की संपत्ति है.

वहीं, महाराष्ट्र की नानदेड़ लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार लक्ष्मण नागराव पाटिल इस चरण के सबसे गरीब उम्मीदवार हैं, उनके पास सिर्फ 500 रुपये हैं. दूसरी सबसे गरीब उम्मीदवार कासरगोद से निर्दलीय राजेश्वरी केआर हैं, जिनके पास सिर्फ 1,000 रुपये हैं. अमरावती से निर्दलीय उम्मीदवार प्रुथविस्मरत के पास 1,400 रुपये हैं.

जीकेटी/