नई दिल्ली, 25 अप्रैल . अपने बेबी फूड की गुणवत्ता को लेकर नियामक जांच का सामना कर रही एफएमसीजी कंपनी नेस्ले इंडिया पौष्टिक स्वास्थ्य उत्पादों से जुड़े समाधान के लिए डॉ. रेड्डीज लैब के साथ एक संयुक्त उपक्रम बनायेगी. कंपनी के निदेशक मंडल ने गुरुवार को वित्तीय तिमाही परिणामों के साथ संयुक्त उपक्रम के लिए पक्के करार को मंजूरी प्रदान की.
गत 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में 934.17 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाने वाली कंपनी ने एक बयान में बताया कि संयुक्त उपक्रम में उसकी 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी जबकि डॉ. रेड्डीज के पास 51 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. दोनों कंपनियों के वोटिंग, लाभांश वितरण और अन्य आर्थिक अधिकार भी इसी अनुपात में होंगे.
नेस्ले इंडिया ने बताया कि उसके पास छह साल के बाद बाजार मूल्य पर शेयर खरीदकर अपनी हिस्सेदारी 60 प्रतिशत तक बढ़ाने का विकल्क होगा. किसी भी समय डॉ. रेड्डीज लैब के पास कम से कम 40 फीसदी हिस्सेदारी होगी.
इस संयुक्त उपक्रम के इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही में संचालन शुरू करने की उम्मीद है.
वित्तीय परिणामों में बताया गया है कि चौथी तिमाही में कंपनी की कुल आय 8.84 प्रतिशत बढ़कर 5.294.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. पिछले साल की समान तिमाही में यह 4,864.22 करोड़ रुपये रही थी.
नेस्ले इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा, “हमारे सभी उत्पादों में विकास की गति मजबूत रही है.”
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