मेरठ, 24 अप्रैल . रामानंद सागर कृत रामायण टीवी सीरियल में भगवान राम का चरित्र निभाकर पूरी दुनिया में अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले अरुण गोविल इन दिनों भाजपा के टिकट पर मेरठ लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इनका मानना है कि विपक्ष ने भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकरा कर इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया है.
अरुण गोविल ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को विपक्ष द्वारा राजनीतिक रंग देने सम्बन्धी प्रयासों समेत अन्य कई चुनावी मुद्दों पर से खुलकर बातचीत की. प्रस्तुत है बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को विपक्ष ने एक तरह से बायकाट कर दिया. वे मान रहे थे कि भाजपा के नहीं कोर्ट के आदेश से मंदिर मार्ग की राह प्रशस्त हुई. बावजूद इसके वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आये. क्या कहेंगे?
जवाब : विपक्षी दलों ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में ना जाकर खुद इसे राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया. क्या वो लोग राम को नहीं मानते. अगर मानते हैं तो उन्हें जाना चाहिए था. अब तो भूल सुधार की भी गुंजाइश नहीं है.
सवाल : लोकसभा चुनाव में भाजपा के सामने किस प्रकार की चुनौतियां आप देख रहे हैं?
जवाब : पहले चरण में जो मतदान हुआ है, वह थोड़ा कम है. इसलिए यहां हम जनता से अपील कर रहे हैं कि आप लोग मतदान में हिस्सा लीजिए. जागरूक किया जा रहा है. एक एक वोट बहुत महत्वपूर्ण है.
सवाल : विपक्ष कह रहा है कि आप बाहरी हैं. इस चुनौती को कैसे साध रहे हैं?
जवाब : यह बात बहुत पुरानी हो गई है. अब मतदान का समय आ गया है. मैं यहीं का हूं. बाहरी नहीं हूं. लंबे समय से यहां के लोगों के साथ मेरा नाता रहा है.
सवाल : आपके खिलाफ गठबंधन की उम्मीदवार यहां से मेयर रह चुकी हैं. उनका वोट बैंक माना जा रहा है. जाटव और मुस्लिम को कैसे रिझायेंगे?
जवाब : देखिए, इसके लिए पार्टी ने रणनीति बनाई है. वह इस विषय में ज्यादा बेहतर जानते हैं. कार्यकर्ता भी होशियार हैं. उन्होंने फील्ड में काम किया है. सबकुछ ठीक है.
सवाल : पश्चिमी यूपी में जातीय लड़ाई देखने को मिल रही है. ऐसी चुनौतियों को आप कैसे पार करेंगे?
जवाब : यह सब संगठन देख रहा है. भाजपा इस प्रकार की समस्या से निपटने के लिए खुद रणनीति तैयार कर रही है. कोई जातिगत लड़ाई नहीं है.
सवाल : मेरठ में 10 साल से भाजपा के सांसद रहे हैं. उनके द्वारा छूटे कौन कौन से कार्य करेंगे?
जवाब : विकास एक प्रक्रिया है. जब होती है तो सब जगह होती है. उसका कोई लिमिट नहीं होता. पुराने काम जो हो रहे हैं, वो होंगे. नए काम भी होंगे.
सवाल : पीएम मोदी पर विपक्ष हमलावर है, उनको झूठा बता रहा है.
जवाब : मोदी जी ने जितने वादे किए हैं, सब निभाए हैं. उनका रिकॉर्ड है जो उन्हें बड़ा बनाता है. इसीलिए नारा निकला है मोदी की गारंटी. विपक्ष का काम ही होता है आरोप लगाना. इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
सवाल : राजनीति में आप पहली बार दांव आजमा रहे हैं. अभिनय से राजनीति का क्षेत्र अलग है. चुनौती तो होगी ही?
जवाब : हां, बिलकुल सही है. यह दूसरा फील्ड है. मेरे लिए एकदम नया है. ध्यान से समझ कर काम कर रहे हैं. बावजूद इसके सारे काम सकारात्मक हो रहे हैं.
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