नई दिल्ली, 24 अप्रैल . इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स पर बयान दिया है. चुनावी मौसम में इस मुद्दे पर पहले ही विवाद हो रहा है. सैम के ताजा बयान पर चौतरफा हमला शुरू हो गया है. कांग्रेस ने सैम पित्रोदा से किनारा कर लिया है.
पार्टी का कहना है कि ऐसा नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को दर्शाते हैं. कई बार उनके विचार कांग्रेस पार्टी के विचार नहीं होते हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पिछले दिनों कहा था कि अगर उनकी सरकार आई तो वित्तीय और संस्थानिक सर्वे कराएंगे. हम ये पता लगाएंगे कि देश की दौलत किसके पास है. इसके बाद हम ऐतिहासिक कदम उठाएंगे. हम क्रांतिकारी कदम उठाते हुए ये सुनिश्चित करेंगे कि आपका अधिकार आपको मिले.
उनके इस बयान पर सैम पित्रोदा ने अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र किया. पित्रोदा के मुताबिक अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है. सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है. उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी पर सरकार का अधिकार होता है.
उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है. ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो न कि सिर्फ अमीरों के हित में. हालांकि इसके साथ ही सैम पित्रोदा ने कहा है कि राहुल या कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में अमीरों की संपत्ति बांटने की कोई भी बात नहीं कही है. यह कहा गया है कि कांग्रेस ऐसी पॉलिसी बनाएगी, जिससे संपत्ति का समान वितरण होगा.
सैम पित्रोदा के इस बयान से कांग्रेस ने अपने आप को अलग कर लिया है.
इस बयान पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार को नहीं दर्शाते हैं. कई बार उनके जो विचार होते हैं वह कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं होते हैं.
रमेश ने कहा कि उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना भाजपा के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर किया गया हताश प्रयास है. यह प्रयास केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है.
जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं. निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है.
कांग्रेस का कहना है कि सैम पित्रोदा का हर विचार कांग्रेस का आधिकारिक विचार नहीं है.
–
जीसीबी/