नई दिल्ली, 22 अप्रैल . भारत के ग्रैंडमास्टर 17 साल के डी गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर नया इतिहास रचा. सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. इसी कड़ी में पीएम मोदी ने भी भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी को बधाई दी है.
17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सोमवार को कनाडा के टोरंटो में आयोजित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा.
उन्होंने टूर्नामेंट के अपने आखिरी मुकाबले में अमेरिका के हिकारू नाकामुरा के खिलाफ ड्रॉ खेला. गुकेश ने टूर्नामेंट में 14 में से 9 अंक हासिल कर खिताब पर कब्जा जमाया और विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए.
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- “गुकेश, फिडे कैंडिडेट्स जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने पर भारत को आप पर गर्व है. टोरंटो में कैंडिडेट्स में गुकेश की यह शानदार उपलब्धि उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है. उनका प्रदर्शन और शीर्ष तक का सफर लाखों लोगों को प्रेरित करता है.”
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर की उपलब्धि की सराहना की.
ठाकुर ने कहा, “17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने के लिए बधाई. उन्होंने शतरंज के महान गैरी कास्परोव के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था. इस जीत के साथ, आपने न केवल इतिहास रचा, बल्कि शतरंज की दुनिया में भारत का स्थान भी पुनः प्राप्त किया. यह शानदार उपलब्धि युवा पीढ़ी को प्रेरित करने में बहुत सहायक होगी. इस जीत के बाद जब आप विश्व चैंपियन को चुनौती देने के लिए तैयार होंगे तो पूरा देश आपके साथ खड़ा रहेगा, बहुत बढ़िया.”
प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में गुकेश की ऐतिहासिक जीत के बाद, शतरंज समुदाय ने भी उन्हें बधाई दी.
मशहूर शतरंज कोच रमेश आरबी, जिन्होंने इस साल कैंडिडेट्स में प्रतिस्पर्धा करने वाले दो खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है, ने एक्स पर लिखा, “कैंडिडेट्स में जीत हासिल करने के लिए युवा गुकेश को हार्दिक बधाई. प्रेरणादायक प्रदर्शन! पूरे भारत को आप पर गर्व है!”
इस जीत के बाद गुकेश विश्व शतरंज चैंपियनशिप मुकाबले में मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देंगे. वह अब विश्वनाथन आनंद के बाद क्लासिकल विश्व चैम्पियनशिप खिताब के लिए लड़ने वाले दूसरे भारतीय हैं.
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