नई दिल्ली, 18 अप्रैल . भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने गुरुवार को कहा कि उनके देश द्वारा कब्जे में लिए गए कार्गो शिप के चालक दल के शेष 16 भारतीय सदस्यों को ईरान ने हिरासत में नहीं लिया है और वे आराम से देश छोड़कर जा सकते हैं.
इलाही ने गुरुवार को फोन पर एनडीटीवी को बताया, “मालवाहक जहाज पर सवार 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों को हिरासत में नहीं लिया गया है और वे आसानी से देश छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं.”
ईरानी राजदूत की टिप्पणी जहाज एमएससी एरीज़ पर सवार चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों में से एक, डेक कैडेट एन. टेसा जोसेफ के कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरने के कुछ घंटे बाद आई.
केरल के त्रिशूर की रहने वाली जोसेफ का हवाई अड्डे पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने स्वागत किया.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जिन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में इस मामले पर अपने ईरानी समकक्ष अमीर अब्दुल्लाहियन से बात की थी, ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी न केवल देश के भीतर, बल्कि बाहर भी काम करती है.
जयशंकर ने जोसेफ की वापसी के बाद एक्स पर पोस्ट किया, “शानदार काम, ईरान में भारतीय दूतावास. खुशी है कि सुश्री एन. टेसा जोसेफ घर पहुंच गई हैं. मोदी की गारंटी हमेशा काम करती है, देश में हो या विदेश में.”
इस बात पर जोर देते हुए कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार द्वारा किए गए ठोस प्रयासों के कारण उनकी वापसी संभव हो सकी, विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह जब्त किए गए कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के शेष चालक दल के सदस्यों के स्वास्थ्य और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए ईरान की राजधानी में अधिकारियों के संपर्क में है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “तेहरान में भारतीय मिशन मामले से अवगत है और कंटेनर जहाज के शेष 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों के संपर्क में है. चालक दल के सदस्य स्वास्थ हैं और भारत में अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं. भारतीय मिशन भी… ईरानी अधिकारियों से संपर्क में है.”
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एकेजे/