नई दिल्ली, 18 अप्रैल . दोपहर बाद के कारोबार में बिकवाली के दबाव के कारण गुरुवार को निफ्टी में लगातार चौथे दिन गिरावट देखी गई.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने पिछले तीन दिन में 15,763 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की है.
सकारात्मक शुरुआत के बाद निफ्टी में दिन के दूसरे हिस्से में बिकवाली का दबाव देखा गया और यह 152.05 अंकों की गिरावट के साथ 21,995.85 अंक पर बंद हुआ.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि आईटी, धातु और पीएसयू बैंकों को छोड़कर, मिड-कैप और स्मॉल-कैप सहित सभी क्षेत्र लाल निशान में समाप्त हुए. भारतीय अर्थव्यवस्था पर आईएमएफ के अच्छे रुख के चलते सत्र की शुरुआत में बाजार को कुछ राहत मिली. हालांकि, अस्थिरता के बीच यह उच्च स्तर पर टिकने में विफल रहा और लगातार चौथे दिन इसमें गिरावट आई.
उन्होंने कहा कि अनिश्चित वैश्विक माहौल के कारण पिछले तीन दिन में एफआईआई ने 15,763 करोड़ रुपये की जोरदार बिकवाली की जिससे निवेश धारणा कमजोर हुई.
उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर, हमें उम्मीद है कि किसी बड़े सकारात्मक ट्रिगर के अभाव में बाजार में अस्थिरता जारी रहेगी.”
असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के एवीपी (टेक्निकल एंड डेरिवेटिव्स रिसर्च) हृषिकेश येदवे ने कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक चिंताओं के कारण भारी अस्थिरता के साथ निफ्टी में गिरावट रही. तकनीकी दृष्टिकोण से, यदि सूचकांक 22,000 अंक के स्तर से ऊपर बना रहता है, तो 22,300-22,500 अंक की ओर जा सकता है. इसके विपरीत, 21,950 अंक के स्तर से नीचे बने रहने से 21,800-21,700 अंक तक टूट सकता है.
–
एकेजे/