नई दिल्ली, 16 अप्रैल . ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर आरोन फिंच ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की 25 रनों की हार के पीछे टीम द्वारा लगाई गई बॉउंड्री के अंतर को मुख्य कारण बताया.
ट्रैविस हेड ने 39 गेंदों में अपना पहला आईपीएल शतक बनाने के बाद दिनेश कार्तिक ने आरसीबी के लिए अकेले लड़ाई लड़ी और मात्र 35 गेंदों में 83 रन बनाए.
हालांकि, आरसीबी को सात मैचों में छठी हार का सामना करना पड़ा, जब एसआरएच ने 287/3 का रिकॉर्ड बनाया, जो कि आईपीएल के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले एसआरएच ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 277 रन का स्कोर बनाया था.
फिंच ने स्टार स्पोर्ट्स क्रिकेट लाइव से कहा, “उन्हें 14 से शुरू करना था और यदि आपका एक भी ओवर खराब है तो यह 16 तक चला जाता है. इसलिए यह कभी भी ऐसा मैच नहीं होगा जहां आप बल्लेबाजों के बारे में बात करेंगे, यह एक ऐसा मैच है जहां आप इस बारे में बात करेंगे कि सबसे ज्यादा छक्के किसने मारे.”
हेनरिक क्लासेन, जिनके लिए छक्का मारना बहुत आसान है. उन्होंने 31 गेंदों में 67 रन बनाए. इनमें से 42 रन छक्कों से बने.
आरसीबी विशेषज्ञ स्पिनर के बिना उतरी थी और मोहम्मद सिराज के बेंच पर होने से आरसीबी की गेंदबाजी लाइनअप अनुभवहीन लग रही थी. वे विल जैक्स की ऑफ-स्पिन के लिए गए, जिन्होंने अपने तीन ओवरों में 32 रन दिए. आरसीबी के तेज गेंदबाज रीस टॉपले, यश दयाल, लॉकी फर्ग्यूसन और विजयकुमार विशक ने दस ओवर में 137 रन पर लुटाए.
यह बल्लेबाजों के लिए एक आदर्श दिन था. सनराइजर्स ने 22 छक्के लगाए, जो एक बड़ा रिकॉर्ड है. जबकि आरसीबी ने अपनी पारी में 16 छक्के लगाए.
इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने टी20 बल्लेबाजी को नए स्तर पर पहुंचा दिया. यह प्रभावशाली था कि उन्होंने पारी में 41 चौके लगाए. केवल एक ही आईपीएल मैच हुआ है जहां किसी टीम ने अधिक बाउंड्री लगाई हो; पुणे वॉरियर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच 2013 का प्रसिद्ध मुकाबला. उस विशेष अवसर पर, क्रिस गेल ने 42 में से 30 बॉउंड्री का योगदान दिया.
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एएमजे/आरआर