बाराबंकी, 16 अप्रैल . मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच बाराबंकी के युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है.
दरअसल, भारतीय विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सभी नागरिकों से इजराइल ना जाने की अपील की है. एडवाइजरी में स्पष्ट कहा गया है कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में किसी भी नागरिक का इजराइल या ईरान जाना सुरक्षित नहीं रहेगा. विदेश मंत्रालय के इस निर्देश के बाद बाराबंकी के युवाओं की चिंता बढ़ गई है.
इन युवाओं की हाल ही में इजराइल में अच्छे वेतन के साथ नौकरी लगी थी, जिसके बाद इन्हें काम के लिए वहां जाना था, लेकिन इस बीच ईरान ने इजराइल पर हमला कर पूरी स्थिति ही पलट दी. युवाओं को कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए. इनका चिंतित होना लाजिमी है. इजराइल जाने के लिए इनमें से कुछ ने अपने खेत गिरवी रखे, तो किसी ने जमीन तो किसी ने अपनी मां के जेवरात और अब जब जाने का समय आया, तो ईरान ने ऐन वक्त पर हमला कर इलाके में तनाव पैदा कर दिया.
चंदन सिंह नाम के एक युवक ने बताया कि उसने बीएससी तक की पढ़ाई की है. काफी कोशिश के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो वह राजमिस्त्री का काम करने लगा. इसी काम से वह अपनी और अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाता है. यहां मजदूरी कर बड़ी मुश्किल से हर महीने 10 से 15 हजार रुपए ही कमा पाता है. जब उसे पता चला कि इजराइल में नौकरी के लिए टेस्ट हो रहे हैं और वहां हर महीने 1 लाख 37 हजार रुपये वेतन मिलेगा, तो पंजीकरण के लिए उधार पैसे लिए. सारे कागज पूरे कराए और फ्लाइट का टिकट भी करवाया. इन सब में उनका काफी रुपया खर्च हो चुका है. ऐसे में अगर उन्हें इजराइल जाने को नहीं मिला, तो उधारी चुकाने के लिये अपनी जमीन-जायदाद बेचनी पड़ जाएगी.
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एसएचके/