रायपुर, 12 अप्रैल . छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे एनडीए के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर जोरदार जुबानी हमला बोला.
रामदास आठवले ने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के विरुद्ध संविधान बदलने का मिथ्या प्रचार करके देश को गुमराह करने में लगी है. सच्चाई यह है कि लोकतंत्र कतई खतरे में नहीं है, बल्कि, कांग्रेस और इंडी गठबंधन खतरे में है.
केंद्रीय मंत्री आठवले ने एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि एनडीए की सरकार संविधान को मजबूत बनाने का काम कर रही है. देश पर आपातकाल थोपकर और 80 बार मनमाने संशोधन करके संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली कांग्रेस आज संविधान के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने धारा-370 खत्म करके जम्मू-कश्मीर में भारत के संविधान को लागू किया, वहां बेखौफ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने का काम किया और सेना को पूरा अधिकार सौंपकर आतंकवाद को खत्म किया. कश्मीर का मसला देश और देश के हर व्यक्ति से जुड़ा मसला है.
आठवले ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बात से बिल्कुल बेखबर हैं कि देश की जनता किसके साथ है? हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद राहुल गांधी दलितों और मुस्लिमों को, देशभर में जातियों को, एक-दूसरे के विरुद्ध बांटने का काम कर रहे हैं. उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ‘भारत तोड़ो यात्रा’ ही साबित हुई है. 28 पार्टियों का ‘ठगबंधन’ नरेंद्र मोदी के विरोध में खड़ा है, जहां हर पार्टी में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं.
आरपीआई की चर्चा करते हुए आठवले ने कहा कि हम पिछले 12 वर्षों से भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और पिछली बार की तरह ही इस बार भी हमने छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा का समर्थन करने का निर्णय किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि इन 10 वर्षों में गांव-गरीब के साथ-साथ देश के हर तबके के कल्याण और विकास की योजनाओं से करोड़ों देशवासी लाभांवित हुए हैं. आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है और आगे तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करके अपनी ओछी मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं.
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एसएनपी/एबीएम