नोएडा के ओयो होटल में देह व्यापार का भंडाफोड़, 7 गिरफ्तार

नोएडा, 11 अप्रैल . नोएडा के सेक्टर-63 थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में शीतला ओयो होटल में चल रहे अवैध देह व्यापार का खुलासा पुलिस ने किया है. पुलिस ने मौके से सात लोगों को गिरफ्तार किया. इनके पास से 11 मोबाइल, 12,110 रुपए नगद और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं.

आरोपी बिहार से सीधी-साधी नाबालिग लड़कियों को एनसीआर में नौकरी दिलवाने के बहाने नोएडा लाते हैं. उनसे जबरन यहां पर देह व्यापार करवाते हैं. इस घटना में शामिल तीन लोग अभी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस ने मौके से 7 महिलाओं को भी मुक्त कराया है.

पुलिस के मुताबिक एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के प्रभारी निरीक्षक राजीव बालियान को बुधवार की रात सूचना मिली थी कि ओयो होटल शीतला में वेश्यावृत्ति का धंधा चल रहा है. इस होटल को फरमान और उसका भाई फैयाज चला रहे हैं. आरोपी बिहार से नाबालिग लड़कियों को नौकरी दिलवाने के बहाने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लाते हैं. उनसे जबरन देह व्यापार करवाते हैं.

सूचना पर सहायक पुलिस आयुक्त दीक्षा सिंह, सेक्टर-63 पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने होटल पर छापेमारी की. वहां से पुलिस ने अजहरुद्दीन उर्फ राजू, अख्तर मोहम्मद, सुमित कुमार, धर्मेंद्र कुमार, मोहम्मद फैयाज, फरमान, मरगूम आलम को गिरफ्तार किया. होटल के भवन मालिक सुरेंद्र यादव और होटल संचालकों को लड़कियां सप्लाई करने वाली रुखसाना और रहमान उर्फ बल्लू भाई फरार है.

जांच के दौरान पता चला कि होटल की बिल्डिंग सुरेंद्र यादव नामक व्यक्ति की है, जिसे आरोपी किराए पर लेकर यहां अनैतिक देह व्यापार का कारोबार कर रहे हैं. मौके से 7 में से चार नाबालिग लड़कियों को भी रेस्क्यू किया गया है, जिनकी उम्र 16 से 17 वर्ष के बीच है. लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें बिहार से नौकरी दिलाने का लालच देकर नोएडा लाया गया था. उनसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था.

पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ग्राहकों से एक से दो हजार रुपए तक वसूलते थे. आरोपी अवैध धंधे से बरामद रकम को आपस में बराबर बांट लेते थे. जब भी लड़कियां या महिलाएं विरोध करती थी तो उन्हें डराया-धमकाया जाता था. पुलिस को कई कमरों में कई जोड़े आपत्तिजनक अवस्था में मिले. पुलिस को मौके से एक डायरी भी मिली है, जिसमें ग्राहकों की सूची है. पुलिस आरोपियों के मोबाइल के आधार पर भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि गैंग में और कितने लोग शामिल हैं.

पीकेटी/एबीएम