इंडिया गठबंधन को राम मंदिर से पहले भी नफरत थी, आज भी है : पीएम मोदी

पीलीभीत, 9 अप्रैल . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन ने प्रभु राम का अपमान किया है. उन्हें राम मंदिर से नफरत है. इसी कारण उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकरा दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पीलीभीत में भाजपा के प्रत्याशी जितिन प्रसाद के पक्ष में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

इस मौके पर विपक्षी गठबंधन पर पीएम मोदी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर न बने, इसके लिए कांग्रेस ने लाख कोशिश की, लेकिन जब देश की जनता ने पाई-पाई देकर इतना भव्य मंदिर बना दिया और जब मंदिर वालों ने आपके सारे गुनाह माफ कर प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया, लेकिन आपने (कांग्रेस) आमंत्रण को ठुकरा कर भगवान राम का अपमान किया और जो नेता प्राण प्रतिष्ठा में गए, उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया.

उन्होंने कहा कि हमारे कल्याण सिंह जी ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन और सरकार समर्पित कर दी. देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार योगदान दिया. लेकिन इंडी गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है.

पीएम मोदी ने कहा कि पीलीभीत की धरती पर माता यशवंतरी देवी का आशीर्वाद है. यहां आदि गंगा मां गोमती का उद्गम स्थल है. आज नवरात्रि के पहले दिन मैं देश को ये भी याद दिला रहा हूं कि कैसे इंडी गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है. आज देश में जिस शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कांग्रेस ने घोर अपमान किया है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र मुस्लिम लीग का घोषणापत्र लग रहा है. सपा और कांग्रेस सीएए का विरोध कर रही है. विपक्षी गठबंधन भारत को बांटने की साजिश में जुटा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कांग्रेस के नेता कर रहे हैं.

पीम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन को देश की महान विभूतियों का अपमान करने में भी संकोच नहीं होता. कांग्रेस के या समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आज तक कभी स्टैच्यू आफ यूनिटी नहीं गए. ये लोग विदेश घूम आते हैं, लेकिन अपने ही देश में सरदार पटेल की प्रतिमा का दर्शन नहीं करते.

उन्होंने कहा कि यह पूरा क्षेत्र खेती किसानी के लिए भी जाना जाता है. 10 वर्ष पहले किसानों की क्या हालत थी, यूरिया की कालाबाजारी होती थी, किसानों पर लाठीचार्ज होता था. आज यूरिया पर्याप्त मात्रा में मिल रही है. यूरिया की बोरी पहले तीन हजार रुपये में मिलती थी, लेकिन हमारी सरकार तीन सौ रुपये से कम में दे रही है. किसानों को सम्मान निधि मिल रही है. किसानों के बैंक खातों में 70 करोड़ हजार रुपये मोदी सरकार ने पहुंचाया है. 850 करोड़ रुपये पीलीभीत के किसानों के बैंक खातों में पहुंचे हैं.

पीएम ने कहा कि कांग्रेस और सपा के राज में गन्ना किसानों को कैसे अपने ही पैसे के लिए तरसाया जाता था. यह आपसे अच्छा कौन जानता है. भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए पूरी ताकत से काम किया है. कई चीनी मिलें खुली हैं, कई का विस्तार हुआ है और ये काम लगातार जारी है.

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