पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के साथ मारपीट का वीडियो आया सामने, पुलिस और वकील ने बताया फेक

ग्रेटर नोएडा, 8 अप्रैल . पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और उसके भारतीय पति सचिन मीणा अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. कुछ दिनों पहले ही सीमा के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर के वकील ने सूरजपुर कोर्ट में सीमा, सचिन और सचिन के पिता नेत्रपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की अर्जी दायर की थी.

इस पर कोर्ट ने जेवर पुलिस को नोटिस जारी करते हुए 18 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है. अब सीमा हैदर के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें सीमा हैदर खुद के साथ हुई मारपीट को दिखाकर छुटकारे की बात कर रही हैं.

सीमा के इन वीडियो के वायरल होने के बाद उनके वकील एपी सिंह ने भी एक वीडियो संदेश के जरिए वायरल वीडियो को फेक बताया है. इसके साथ नोएडा पुलिस ने भी सीमा से बात कर सभी वीडियो को फेक करार दिया है.

दरअसल, सीमा हैदर के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें सीमा अपने साथ मारपीट के बाद आई चोट को दिखाते हुए वीडियो बना रही है. सभी वीडियो में सीमा हैदर घायल दिख रही है. वीडियो में सीमा हैदर अपने चेहरे और हाथों पर चोट के निशान दिखा रही है. इन सभी वीडियो को सचिन और सीमा के बीच मारपीट के बाद का वीडियो बताकर वायरल किया गया है.

इन सभी वीडियो के आने के बाद सीमा के वकील एपी सिंह ने अपना एक वीडियो बनाकर एक बयान जारी किया है. एपी सिंह ने बताया है कि पाकिस्तान के कुछ तथाकथित चैनल और यूट्यूबर कई बार सीमा हैदर को लेकर एआई की मदद से उसका फेक वीडियो बनाकर वायरल कर चुके हैं और यह वीडियो भी एआई की मदद से बनाया गया है, जो पूरी तरीके से फेक है. सीमा और सचिन में किसी तरीके की कोई भी लड़ाई नहीं हुई है. दोनों राजी खुशी अपने घर पर हैं.

इस मामले को तूल पकड़ता देख नोएडा पुलिस ने भी बयान जारी करते हुए बताया है कि स्थानीय पुलिस द्वारा सीमा हैदर से की गई वार्ता से यह प्रकाश में आया कि सीमा हैदर की वायरल वीडियो फेक है. सीमा हैदर ने बताया कि उनके साथ किसी ने मारपीट नहीं की.

दूसरी तरफ सीमा और सचिन की शादी को गुलाम हैदर ने एक छलावा बताया था. इससे पहले गुलाम हैदर के वकील ने सीमा और सचिन को 3 करोड़ का नोटिस भेजा था. इसके अलावा सीमा और सचिन के वकील डॉ. एपी सिंह को भी 5 करोड़ का नोटिस भेजा गया था. सीमा हैदर के पाकिस्तानी पति की ओर से वकील मोमिन मलिक ने तीनों को करोड़ों के नोटिस भेजकर एक महीने के अंदर माफी मांगने को कहा था. जुर्माना जमा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई शुरू करने की बात भी कही गई थी.

पीकेटी/एबीएम