हैदराबाद, 7 अप्रैल . तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के एक और विधायक ने सत्तारूढ़ कांग्रेस का दामन थाम लिया. इसके बाद रविवार को बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कांग्रेस की आलोचना की है.
के.टी. रामा राव ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “ये कांग्रेस नाम की पार्टी का ढोंग है. कल (शनिवार को) राहुल गांधी ने पार्टी में दल-बदल और स्वत: अयोग्यता के लिए 10वीं अनुसूची में संशोधन के बारे में खुलकर बात की. आज (रविवार को) उनकी पार्टी ने बेशर्मी से एक बीआरएस विधायक को तोड़ लिया.”
केटीआर ने पूछा, “जब आपका मतलब यह नहीं है, तो यह नौटंकी और नाटक क्यों राहुल जी?”
उन्होंने आगे लिखा, “कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया कि अगर वह सत्ता में आती है, तो संविधान की 10वीं अनुसूची में संशोधन करेगी, ताकि विधायकों/सांसदों के दल-बदल करने पर स्वत: अयोग्यता सुनिश्चित हो सके. पार्टी सत्ता में आने से पहले एक बात कहती है और सत्ता में आने के बाद उसके विपरीत काम करती है.”
उनहोंने कहा कि कांग्रेस बीआरएस विधायकों को लुभाने के लिए लोकसभा टिकट की पेशकश कर रही है. कांग्रेस और भाजपा के बीच कोई अंतर नहीं है.
केटीआर की यह प्रतिक्रिया पार्टी के एक और विधायक तेलम वेंकट राव के कांग्रेस में शामिल होने के बाद आई है.
भद्राचलम के विधायक तेलम वेंकट राव रविवार को मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी की मौजूदगी में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस में शामिल हो गए. वेंकट राव पिछले तीन हफ्तों में वफादारी बदलने वाले तीसरे बीआरएस विधायक हैं.
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एफजेड/एसजीके