हुबली, 5 अप्रैल . केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार को राजनीति में ‘अशोभनीय भाषा’ का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस की जम कर आलोचना की. इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी पार्टी ने आज तक कभी ऐसी अभद्र भाषा का उपयोग नहीं किया है.
बाबू जगजीवन राम की 117वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा को माल्यार्पण करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर की गई विवादास्पद टिप्पणी की निंदा की.
उन्होंने केंद्र सरकार पर सूखाग्रस्त इलाकों के लोगों के लिए धन आवंटित नहीं किए जाने पर भी निशाना साधा.
प्रल्हाद जोशी ने कहा, “जब सिद्दारमैया जेडी (एस) में थे, तो वो सोनिया गांधी के बारे में हमेशा बुरा बोलते थे. लेकिन अब वह सोनिया गांधी के आगे झुकते हैं, ताकि राहुल गांधी को खुश कर सकें.”
इस बीच, प्रल्हाद जोशी ने सवाल किया, “क्या सिद्दारमैया के दिल में देश के दलितों के लिए थोड़ा-सा भी प्यार है, जिन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किए जाने का विरोध किया था.”
उन्होंने कहा कि बीजेपी में किसी भी पद के लिए चयन प्रक्रिया उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर नहीं की जाती.
उन्होंने कहा, “हमारे यहां हर विषय पर व्यापक चर्चा होती है.”
उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने महज नाम के लिए मल्लिकार्जुन खरगे को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया, वह अब हमारी आलोचना कर रहे हैं.”
प्रल्हाद जोशी ने आगे कहा, “राम मंदिर उद्गाटन के दौरान कांग्रेस ने डर की वजह से जय श्री राम के नारे लगाए थे. हालांकि, अब यह तर्क दिया जा रहा है कि जय श्री राम के नारे लगाने से भूखमरी और गरीबी कम नहीं होगी.”
उन्होंने दावा किया कि आखिर क्यों कांग्रेस गारंटी पर जोर दे रही है? कांग्रेस अब अन्न भाग्य की गारंटी के अंतर्गत 10 किलोग्राम मुफ्त चावल देने की बात कह रही है, लेकिन आज तक इन लोगों ने मुफ्त का कोई राशन उपलब्ध नहीं कराया.”
उन्होंने पूछा, “क्या हमें बीजेपी की परियोजनाओं के बारे में लोगों को नहीं बताना चाहिए.”
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