शिलांग, 5 अप्रैल . मेघालय में भाजपा के मंत्री ए.एल. हेक ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के खिलाफ उन आरोपों को खारिज कर दिया कि एनपीपी ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं खड़ा करने के लिए मजबूर कर राज्य में पार्टी की संभावना को नुकसान पहुंचाया है.
उन्होंने शुक्रवार को से कहा, “मैंने एनपीपी को भाजपा के साथ कुछ भी गलत करते नहीं देखा है.”
इससे पहले, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मार्का ने आरोप लगाया था कि महेंद्रगंज विधानसभा सीट से एनपीपी विधायक संजय ए संगमा ने यह कहकर राज्य में भाजपा समर्थकों की भावनाओं का अपमान किया है कि एनपीपी मेघालय में एक बड़ी ताकत है और भाजपा को लोकसभा चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारने के लिए मजबूर किया है.
मार्का ने संगमा से माफी की मांग की और इस मुद्दे पर राज्य के अन्य भाजपा नेताओं का भी ध्यान आकर्षित किया.
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री हेक ने कहा, ”यह एक व्यक्ति की राय है, एनपीपी दोषी नहीं है. लोकसभा चुनाव में मेघालय में उम्मीदवार नहीं खड़ा करने का निर्णय भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का है.”
मंत्री ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा के साथ पहले ही चर्चा हो चुकी है.
उन्होेंने कहा, “इस चुनाव में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए 400 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य है. इसलिए, मैं सभी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से किसी भी प्रकार के उकसावे से दूर रहने का अनुरोध करता हूं.”
गौरतलब है कि भाजपा और एनपीपी 2018 से मेघालय में सरकार में भागीदार हैं. हालांकि, दोनों दलों ने 2023 का विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा.
लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, भाजपा ने राज्य में सरकार बनाने के लिए एनपीपी को समर्थन दे दिया.
लोकसभा चुनाव के लिए एनपीपी ने पिछले साल दिसंबर में मेघालय की दो लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी. भाजपा ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह मेघालय में उम्मीदवार नहीं उतारेगी और पार्टी एनपीपी का समर्थन करेगी.
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