श्रीनगर, 3 अप्रैल . पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने बुधवार को कहा कि 1987 के विधानसभा चुनाव में धांधली के लिए फारूक अब्दुल्ला और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराना कश्मीर में शांति की दिशा में सबसे बड़ा कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर (सीबीएम) होगा.
सज्जाद गनी लोन ने पार्टी के एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “1987 के चुनाव में हुई धांधली कश्मीर में पिछले तीन दशकों में हुए ‘रक्तपात’ का कारण है.”
सज्जाद गनी लोन ने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि आज भी कश्मीरियों के प्रति सबसे बड़ा सीबीएम फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेताओं और नौकरशाहों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना होगा, जिन्होंने 1987 के चुनाव में धांधली की थी.”
उन्होंने पूछा, “आखिर एक लाख लोग मर गए. क्या वे इंसान नहीं थे? क्या उन जिंदगियों का कोई महत्व नहीं है?”
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सांसद संसद में कश्मीरियों के दर्द और पीड़ा को उजागर करने में विफल रहे. कथित तौर पर वह तब भी हंस रहे थे जब अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था.
सज्जाद गनी लोन ने आरोप लगाया, “वे पिछले 28 वर्षों से संसद में हैं. क्या उन्होंने कभी कश्मीरियों की आकांक्षाओं और सपनों के बारे में बात की? एनसी ने अपने अपराधों के लिए छूट पाने के लिए संसद का इस्तेमाल किया.”
उमर अब्दुल्ला ने विदेश मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कश्मीरियों के खिलाफ अत्याचारों पर पर्दा डाला.
बता दें कि सज्जाद गनी लोन उत्तरी कश्मीर बारामूला लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
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