अहमदाबाद, 1 अप्रैल . अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने 24 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2024 में (अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों सहित) रिकॉर्ड 420 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) माल का प्रबंधन किया. कंपनी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
कंपनी ने मार्च में एक माह में अब तक का सबसे अधिक 38 एमएमटी से अधिक माल हैंडल किया.
एपीएसईज़ेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने कहा, “कंपनी को पहले 100 एमएमटी वार्षिक कार्गो थ्रूपुट हासिल करने में 14 साल लग गए, जबकि दूसरे और तीसरे 100 एमएमटी थ्रूपुट को क्रमश: पांच और तीन साल में हासिल किया गया.”
वित्त वर्ष 2024 के दौरान, भारत के एक-चौथाई से अधिक कार्गो वॉल्यूम को एपीएसईजेड बंदरगाहों के माध्यम से भेजा गया.
करण अदाणी ने कहा, “नवीनतम 100 एमएमटी का आंकड़ा दो साल से भी कम समय में हासिल किया गया है. यह परिचालन क्षमता बढ़ाने और उद्योग में शीर्ष बंदरगाह ऑपरेटर के रूप में हमारी स्थिति बनाए रखने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता और प्रयासों का प्रमाण है.”
कंपनी के आठ बंदरगाहों ने दोहरे अंक में वृद्धि की है.
प्रमुख बंदरगाह मुंद्रा एक महीने (अक्टूबर 2023) में 16 एमएमटी कार्गो को हैंडल करने वाला भारत का पहला बंदरगाह बन गया.
ये उपलब्धियां लाल सागर संकट के कारण वैश्विक व्यापार में व्यवधान, रूस-यूक्रेन संघर्ष और पनामा नहर के मुद्दे और चक्रवात बिपरजॉय व मिचौंग की चुनौतियों से निपटते हुए हासिल की गईं.
कंटेनर सेगमेंट में, मुंद्रा, हजीरा, कट्टुपल्ली और एन्नोर के बंदरगाहों ने रिकॉर्ड मात्रा में कारोबार किया. कंपनी ने कहा कि भारत में कंटेनरीकृत समुद्री माल का लगभग 44 प्रतिशत एपीएसईजेड बंदरगाहों के माध्यम से चलता है.
पिछले पांच वर्षों में कंपनी का कंटेनर वॉल्यूम भारत की कंटेनर वृद्धि से दोगुना हो गया है.
कंपनी ने बताया कि ड्राई कार्गो सेगमेंट में ट्यूना, मोर्मुगाओ, कराईकल, कृष्णापट्टनम, गंगावरम और धामरा जैसे बंदरगाहों ने इस वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड मात्रा में कारोबार किया.
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