नई दिल्ली, 31 मार्च . ‘विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम’ का आयोजन राजस्थान की राजधानी जयपुर में किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर शामिल हुए. यहां कार्यक्रम में अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज से 10 साल पहले हम विकसित भारत बनाने की सोच भी नहीं सकते थे, क्योंकि दस साल पहले भारत में खबरों की हेडलाइन कुछ और होती थी.
यूपीए सरकार में कॉमनवेल्थ घोटाला, 2 जी घोटाला, कोयला घोटाला, एंट्रिक्स-देवास मल्टीमीडिया डील, सबमरीन घोटाला और नेशनल हेराल्ड घोटाले से लेकर ना जाने कितने घोटाले हुआ. लेकिन, आज अंतरिक्ष में चंद्रयान सफलतापूर्वक पहुंचता है. 10 साल में यह बड़ा बदलाव देखने को मिला है.
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि आज से कुछ साल पहले अधिकतर लोगों को जैवलिन थ्रो के बारे में पता नहीं था. लेकिन, 121 साल में हमें एथलेटिक्स में किसी ने व्यक्तिगत तौर पर गोल्ड मेडल जीताने का काम किया तो वो नीरज चोपड़ा ने किया है. चांद के दक्षिणी ध्रुव में पहला कदम रखने वाला पहला देश भारत है. कहा जा रहा था कि कोरोना काल के वक्त करोड़ों लोग भुखमरी से मर जाएंगे. लेकिन, पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व की वजह से ना तो भुखमरी की वजह से कोई मरा, ना महामारी से देश में किसी की मौत हुई. 220 करोड़ कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाई गई और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज देने का काम किया गया.
उन्होंने कहा कि 2013 में हमारी देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी. लेकिन 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद अर्थव्यवस्था में बदलाव आया और आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे. कहा ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा और आज 10 साल से ईमानदारी से सरकार चला रहे हैं. दुनिया कहती है कि अगर अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से कोई चमकता सितारा है तो वह भारत है. उस समय सत्ता की कुर्सी पर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे, लेकिन, रिमोट कंट्रोल किसी और के हाथ में था. इसलिए उस समय इकॉनमी फेलियर होते थे, पॉलिसी पैरालिसिस की स्थिति थी, स्कैम चरम पर था और राजनीतिक विचारधारा का अभाव भी बहुत था. लेकिन आज जो बदलाव हुए उसकी वजह से जीडीपी 4.5 प्रतिशत से बढ़कर 8.4 प्रतिशत हो गई है. भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है.
उन्होंने कहा कि आज से 10 साल पहले बैंकों में खाता खुलवाने के लिए दो लोगों को गवाह के तौर पर साथ ले जाना पड़ता था और कम से कम एक हजार रुपये जमा करने पड़ते थे. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. ऑनलाइन बैंक का खाता खुल जाता है. पीएम मोदी ने दुनिया में सबसे ज्यादा 51 करोड़ खाते खोलने का काम किया है. मुद्रा योजना के जरिए बिना घर गिरवी लोगों को मुद्रा ऋण दिया गया. इसमें सबसे बड़ी लाभार्थी भारत की महिलाएं और बेटी हैं. 31 करोड़ बहनों को मुद्रा लोन मिला. जिसके जरिए लगभग 27 लाख करोड़ रुपया दिए गए.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग 60 साल से गरीबी हटाओ कहते रहे, वह राज करके चले गए, लेकिन गरीबी नहीं हटी. आज मोदी सरकार की योजनाओं का इतना प्रभाव पड़ा है कि 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए.
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एसके/एबीएम