नई दिल्ली, 28 मार्च . भारत के स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 2023 में 16 फीसदी (साल-दर-साल) की गिरावट दर्ज की गई, जबकि क्यूएलईडी स्मार्ट टीवी शिपमेंट में सालाना आधार पर 110 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, इस गिरावट का कारण व्यापक आर्थिक चुनौतियों और अतिरिक्त इन्वेंट्री के साथ-साथ पैनल कीमतों में वृद्धि, छोटे स्क्रीन साइज के स्मार्ट टीवी की मांग में कमी के कारण वर्ष की पहली छमाही में धीमी शुरुआत थी, जिसकी वजह से कुछ ब्रांड 2023 में बाजार से बाहर हो गए.
शोध विश्लेषक आकाश जटवाला ने कहा, “2023 में बड़े स्क्रीन वाले स्मार्ट टीवी (55-इंच और ऊपर) की शिपमेंट में साल-दर-साल 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई. ग्राहक अपने लिविंग रूम के लिए बेहतर फीचर्स वाले प्रीमियम मॉडल पसंद करना शुरू कर रहे हैं.”
डिस्प्ले तकनीक, स्क्रीन साइज और 4के रिजॉल्यूशन उन प्राइमरी स्पेसिफिकेशन में से हैं जिन्हें ग्राहक नई खरीदारी करते समय देखते हैं. स्पोर्ट्स इवेंट, टीवी सीरीज और फिल्मों की स्ट्रीमिंग के कारण स्मार्ट टीवी लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं.
अनुसंधान विश्लेषक अंशिका जैन ने कहा, “स्मार्ट टीवी अब एडवांस डिस्प्ले तकनीकों, गूगल असिस्टेंट और बेज़ल-लेस डिस्प्ले के साथ-साथ डॉल्बी एटमॉस और डॉल्बी विजन से लैस हैं, जिनकी 2023 में समग्र स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.”
क्यूएलईडी टीवी लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं. टीसीएल, हाईसेंस, एसर, कोडेक, थॉमसन जैसे प्रमुख ब्रांडों ने उन्हें 43-इंच स्क्रीन साइज वेरिएंट में 30 हजार रुपये से कम कीमत में पेश करना शुरू कर दिया है. 2023 में इसकी शिपमेंट दोगुनी से भी अधिक हो गई.
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