नई दिल्ली, 27 मार्च . यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा द्विपक्षीय संबंधों के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए 28 मार्च को भारत पहुंचेंगे. यह 2022 में रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से किसी यूक्रेनी नेता की पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी.
कुलेबा विदेश मंत्री एस. जयशंकर के निमंत्रण पर दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचेंगे, जहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि वह आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर द्विपक्षीय साझेदारी और सहयोग से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए जयशंकर और उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मुलाकात करेंगे.
दक्षिण एशियाई राष्ट्र की अपनी पहली यात्रा के दौरान मंत्री के व्यापारिक समुदाय के साथ बातचीत करने की भी उम्मीद है.
कुलेबा ने सोमवार को भारत के लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए अपनी भारत यात्रा की घोषणा की थी.
कुलेबा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यहां कीव में महात्मा गांधी के स्मारक के सामने खड़े होकर मुझे यह घोषणा करते हुए भी खुशी हो रही है कि इस सप्ताह मैं भारत की अपनी पहली यात्रा करूंगा.”
कुलेबा की यात्रा ऐसे समय हुई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने युद्धरत यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपतियों से टेलीफोन पर बात की थी.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ अपनी बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत कीव और मॉस्को के बीच सभी मुद्दों के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान के सभी प्रयासों का समर्थन करता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ करना जारी रखेगा.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आपसी संवाद और कूटनीति के पक्ष में भारत की स्थिर नीति दोहराई थी.
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