यूगोस्लाविया में चीनी दूतावास पर बमबारी का इतिहास चीन के लोग कभी नहीं भूलेंगे : कंग श्वांग

बीजिंग, 26 मार्च . संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 25 मार्च को रूस के अनुरोध पर “यूगोस्लाविया पर नाटो की बमबारी की 25वीं वर्षगांठ” पर एक सार्वजनिक बैठक आयोजित करने या न करने पर प्रक्रियात्मक मतदान किया. संयुक्त राष्ट्र में स्थित चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि कंग श्वांग ने मतदान के बाद कहा कि चीनी नागरिक यूगोस्लाविया में चीनी दूतावास पर अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो द्वारा की गई बमबारी के इतिहास को कभी नहीं भूलेंगे.

उन्होंने कहा कि 25 साल पहले सुरक्षा परिषद से अनुमति के बिना, नाटो ने संयुक्त राष्ट्र को दरकिनार किया और संप्रभु देश यूगोस्लाविया गणराज्य के खिलाफ खुले तौर पर सैन्य हमले किए, जिससे बाल्कन में एक अवैध युद्ध शुरू हो गया. हालांकि इस युद्ध को 25 साल बीत चुके हैं, लेकिन युद्ध का प्रभाव अभी भी समाप्त नहीं हुआ है, और इसके द्वारा दी गई चेतावनियां और सबक अब भी गहरे हैं. चीन यूगोस्लाविया पर नाटो की बमबारी की 25वीं वर्षगांठ पर इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना का सारांश और चिंतन करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित करने का समर्थन करता है.

गौरतलब है कि 7 मई 1999 को अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो ने यूगोस्लाविया स्थित चीनी दूतावास पर बमबारी करने के लिए कई सटीक-निर्देशित बम लॉन्च किए. इसमें तीन चीनी पत्रकार मारे गए, 20 से अधिक चीनी राजनयिक घायल हो गए और पूरा चीनी राजनयिक दूतावास क्षतिग्रस्त हो गया. यह चीन की संप्रभुता का घोर उल्लंघन, चीनी लोगों की भावनाओं पर गंभीर चोट, और अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का घोर उल्लंघन था.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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