नई दिल्ली, 18 मार्च . वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को कहा कि केंद्र जल्द ही देश में डीपटेक स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने और सशक्त बनाने के लिए एक नई नीति लाएगा.
राष्ट्रीय राजधानी में ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ कार्यक्रम में बोलते हुए राजेश कुमार सिंह ने कहा कि डीपटेक स्टार्टअप नीति अंतर-मंत्रालयी चर्चा के अंतिम चरण में है.
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि हम इसे जल्द ही सामने लाएँगे. हम धन का एक समर्पित कोष बनाएँगे.” उन्होंने बताया कि जल्द ही डीपटेक स्टार्टअप के लिए एक अलग विंडो होगा..
‘स्टार्टअप महाकुंभ’ में नैसकॉम पवेलियन में 34 से अधिक डीपटेक स्टार्टअप अपने नवाचारों का प्रदर्शन कर रहे हैं.
यह आयोजन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास), डी2सी/उपभोक्ता ब्रांड, एग्रीटेक, फिनटेक, डीपटेक, बायोटेक और फार्मा, इनक्यूबेटर, क्लाइमेट टेक, ई-स्पोर्ट्स और बी2बी मैन्युफैक्चरिंग सहित क्षेत्रों में व्यावहारिक चर्चा की सुविधा प्रदान करेगा.
भारत वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा तकनीकी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र बना हुआ है, जिसमें पिछले साल 950 से अधिक तकनीकी स्टार्टअप स्थापित हुए हैं.
नैसकॉम की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, ज़िनोव के सहयोग से 2024 में डीपटेक में निवेश में वृद्धि जारी रहेगी.
जेनरेटिव एआई (जेनएआई) त्वरण के साथ 70 प्रतिशत स्टार्टअप संस्थापक अपने समाधानों में एआई को शामिल कर रहे हैं.
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एकेजे/