गुवाहाटी, 15 मार्च . तृणमूल कांग्रेस ने असम में लोकसभा चुनाव के लिए चार सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए, जिससे इंडिया ब्लॉक को दूसरा झटका लगा है.
टीएमसी नेता सुष्मिता देव ने को बताया, “कांग्रेस पार्टी के कारण असम में सीट बंटवारे पर बातचीत विफल रही. हम यहां लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चार सीटों की मांग कर रहे हैं, लेकिन असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा के साथ बार-बार चर्चा के बावजूद कांग्रेस सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दे रही थी.”
देव ने कहा, “हमने सोच समझ कर सीटों का चयन किया है. हालांकि, कांग्रेस ने सब कुछ अधर में रख दिया.”
तृणमूल कांग्रेस नेता ने कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना की: “इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि यदि कोई उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतता है, तो वह किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होगा. असम में तृणमूल कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसका भाजपा के साथ कोई पिछले दरवाजे का समझौता नहीं है.”
टीएमसी ने असम की चार सीटें — कोकराझार, बारपेटा, लखीमपुर और सिलचर पर उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस ने लखीमपुर सीट को छोड़कर अन्य तीन सीटों पर पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी.
मामले से वाकिफ लोगों के मुताबिक, टीएमसी और सीपीआई-एम द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा: “मुझे पहले उम्मीद थी कि भाजपा राज्य में 11 सीटें जीतेगी, लेकिन अब विपक्षी दलों को देखते हुए हमें उम्मीद है कि हम राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से कम से कम 13 सीटें जीतेंगे.”
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एसएचके/