पीएम मोदी ने 1998 में ही बता दिया था कि भारत की सोच ‘सौ टका स्वदेशी’ है

नई दिल्ली, 12 मार्च . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (मंगलवार) को राजस्थान की यात्रा पर हैं. यहां पीएम मोदी पोखरण पहुंचे हैं जहां वह भारतीय सेना के तीनों कमान त्रि-सेवा लाइव फायर और युद्ध अभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के तालमेल से प्रदर्शित ‘भारत शक्ति’ को देख रहे हैं. पीएम मोदी के साथ यहां 30 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि हैं.

जैसलमेर का पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज वही जगह है जहां परमाणु परीक्षण कर भारत वैश्विक मंच पर ‘परमाणु संपन्न शक्ति’ के रूप में स्थापित हुआ था. यहीं आज तीनों सेनाएं महा अभ्यास कर रही हैं. बता दें कि पीएम मोदी के इस दौरे के साथ उनका एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है. इस वीडियो में पीएम मोदी बता रहे हैं कि कैसे भारत का परमाणु परीक्षण का पूरा का पूरा कार्यक्रम सौ टका स्वदेशी था.

दरअसल, जहां एक ओर हम सभी भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रगति करते हुए देख रहे हैं. वहीं पीएम मोदी के इस वीडियो में कही गई बातों की मानें तो 26 साल पहले भी हमारा दृष्टिकोण और मिशन स्पष्ट था और वह था 100 फीसदी मेक इन इंडिया.

मोदी आर्काइव हैंडल से एक्स पर शेयर किए गए इस वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी की आवाज आप खुद सुन सकते हैं. मोदी आर्काइव की तरफ से इस वीडियो के साथ लिखा गया है कि 1998 में पोखरण में भारत के सफल परमाणु परीक्षण के बाद नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए भाषण का यह अंश है.

इसमें पीएम मोदी का पूरा बयान गुजराती भाषा में है और वह इसमें इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कैसे परमाणु परीक्षण कार्यक्रम में शामिल वैज्ञानिक भारतीय थे और पूरी तरह से भारत में शिक्षित थे. विशेष रूप से, उनमें से एपीजे अब्दुल कलाम ने तमिल माध्यम से पढ़ाई की थी, अंग्रेजी भी साथ में पढ़ी थी. मतलब पूरा का पूरा कार्यक्रम सौ टका मेक इन इंडिया था. वह इस वीडियो में कहते हुए सुने जा सकते हैं कि परमाणु परीक्षण भारतीयों की इच्छा शक्ति की विजय है.

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