नई दिल्ली, 12 मार्च एशियाई ओलंपिक खेलों के क्वालीफायर के लिए राष्ट्रीय ट्रायल में विनेश फोगाट की दोहरी भागीदारी भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अधिकारियों को पसंद नहीं आई. सूत्रों ने को बताया कि भारतीय महासंघ ने कथित तौर पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) को “सोमवार को पटियाला में हुए नाटक” के बारे में सूचित किया और कहा कि 50 किग्रा और 53 किग्रा वर्ग के ट्रायल में डब्ल्यूएफआई की कोई भूमिका नहीं है.
2023 में पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहीं विनेश 50 किग्रा भार वर्ग में जगह बनाने में सफल रहीं. हालांकि, वह 53 किग्रा में जीत हासिल करने में असफल रहीं.
दिन की शुरुआत एनआईएस पटियाला में चयन ट्रायल के दौरान एक नाटक के साथ हुई, जब दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश दो वजन श्रेणियों में भाग लेना चाहती थी.
बाद में आरएसपीबी पहलवान को उनकी मांग के अनुसार प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी गई. हालाँकि, इससे डब्ल्यूएफआई के अधिकारियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ी और उन्होंने तुरंत यूडब्लूडब्लू को इसकी जानकारी दी और कहा कि डब्ल्यूएफआई इस ट्रायल के लिए जिम्मेदार नहीं है.
सूत्रों ने से कहा, “राष्ट्रीय चयन समिति और डब्ल्यूएफआई ने ट्रायल आयोजित करने के लिए हाथ मिलाया था और सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन विनेश की नवीनतम मांग ने सब कुछ बिगाड़ दिया. यह निर्णय लिया गया कि समिति ट्रायल आयोजित करेगी और फिर वे डब्ल्यूएफआई को नाम साझा करेंगे और फिर डब्ल्यूएफआई नाम यूडब्ल्यूडब्ल्यू को भेजेगा, सरल…लेकिन अब डब्ल्यूएफआई ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं और यूडब्ल्यूडब्ल्यू को सूचित किया है कि वे इन (महिला 50 किग्रा और 53 किग्रा) ट्रायल्स के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.”
इससे पहले, 50 किग्रा और 53 किग्रा में ट्रायल में देरी हुई थी क्योंकि विनेश कथित तौर पर संबंधित अधिकारियों से लिखित आश्वासन चाहती थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसे ओलंपिक से पहले बाद वाले वजन वर्ग में अंतिम ट्रायल मिले.
53 किग्रा सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अंजू से 0-10 से हारने के बाद विनेश ने 50 किग्रा फाइनल में शिवानी के खिलाफ 11-6 से जीत हासिल की.
दिलचस्प बात यह है कि अंतिम पंघल ने पहले ही 2023 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीतकर 53 किग्रा में ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया था.
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आरआर/